शिमला। हिमाचल प्रदेश में संसदीय चुनाव के लिए क्या वामदलों और आम आदमी पार्टी (आप) के मध्य कोई गुप्त
शिमला में सीपीआईएम के राज्य सचिवालय मंडल की बैठक में निर्णय लिया गया है कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के लिए विशेषरूप से चुनावी घोषणापत्र तैयार किया जाएगा। इसके लिए वरिष्ठ माकपा नेता ओंकारशाद, कुलदीप सिंह तंवर और टिकेंद्र पंवर पर आधारित तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो एक सप्ताह के भीतर चुनावी घोषणापत्र को अंतिम रूप देगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही हर संसदीय क्षेत्र में पार्टी की बैठकें कर वहां के लिए चुनाव प्रचार समितियों का गठन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सीपीआईएम ने शिमला संसदीय क्षेत्र से जगतराम और मंडी से कुशाल भारद्वाज को अपना प्रत्याशी बनाया है। हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र सीपीआई के लिए छोड़े गए थे, लेकिन इसी बीच सीपीआई के वरिष्ठ नेता रोशनलाल डोगरा ने स्पष्ट कर दिया है कि वहां प्रत्याशी खड़े नहीं किए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने कांगड़ा से भाजपा के बागी डा. राजन सुशांत और हमीरपुर से कारगिल शहीद एवं परमवीर चक्र विजेता विक्रम बतरा की माता कमलकांता बतरा को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि शिमला और मंडी से प्रत्याशी खड़ा करने पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। हालांकि राजनीतिक पर्यवेक्षक इसे अभी मात्र संयोग मान रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और भाजपा में सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि क्या यहां वामदलों और आम आदमी पार्टी में कोई अघोषित चुनावी समझौता हो गया है? राष्ट्रीय स्तर पर भी दोनों एक-दूसरे पर प्रहार करने से परहेज करते हैं।