नाहन (सिरमौर)। प्रदेश में खुली लूट खसूट में जुटे निजी शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों के खिलाफ जनता का गुस्सा भड़कता जा रहा है। छात्र भी ऐसे संस्थानों का
नाहन में निजी आईटीआई में इलेक्ट्रिशियन ट्रेड के लगभग दो दर्जन छात्रों ने उपमंडल अधिकारी ज्योति राणा से शिकायत की है कि आईटीआई प्रबंधन ने इंटरनेट पर पांच टीचर फीड किए हैं, जबकि वास्तव में दो अध्यापक ही मौजूद हैं। यही नहीं उपायुक्त की ओर से कौशल विकास भत्ते का फार्म भरने के आदेश के बावजूद प्रबंधक प्रति छात्र 1250 रुपये फीस मांग रहे हैं। छात्रों ने लिखित शिकायत पत्र में कहा कि संस्थान उनसे आईटी शिक्षा की भी 250 रुपये प्रतिमाह फीस ले रहा है, जबकि वास्तव में निशुल्क है। प्रति छात्र 1250 रुपये फीस वसूली जा रही है, लेकिन रसीद 1000 रुपये की ही दी जाती है।
छात्रों ने बताया कि संस्थान ने एक वर्ष पूर्व उनसे आईकार्ड के लिए पैसे लिए थे, लेकिन अभी तक भी कार्ड बना कर नहीं दिए। संस्थान में पीने के पानी तक का भी कोई प्रबंध नहीं किया गया है। संस्थान के छात्रों वीरेंद्र सिंह, अजीत सिंह अनिल, प्रदीप, अरुण शर्मा, सतीश कुमार, अनिल ठाकुर, राहुल, विक्रम सिंह, राहुल ठाकुर, देवेंद्र सिंह, प्रवेश चौहान आदि ने कहा कि यदि संस्थान में पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था नहीं की गई तो उनकी पढ़ाई अधूरी ही रह जाएगी। इसलिए संस्थान को कड़े निर्देश जारी किए जाएं।
एसडीएम ज्योति राणा ने संपर्क करने पर बताआ कि उनके पास निजी आईटीआई के छात्रों की शिकायत पहुंची है। शीघ्र ही वे खुद मौके पर जाकर स्थित का मुआयना करेंगी।
हाल ही में ऊना जिला के कोटला खुर्द में स्थित एक निजी आईटीआई के खिलाफ भी छात्रों ने प्रशासन से शिकायत की थी कि इस संस्थान में दाखिले तो करा लिए गए, लेकिन शिक्षण-प्रशिक्षण की कोई व्यवस्था नहीं की। यहीं नहीं संस्थान के संचालक समय-समय पर एनएसएस कैंप के नाम पर छात्रों को अपने खेतों में जोतने से भी परहेज नहीं करते।