शिमला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को रिकॉर्ड 74.62 फीसदी मतदान हुआ। राज्य में सभी 68 विधानसभा सीटों
राज्य में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है. दोनों पार्टियों ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस और भाजपा के अलावा अन्य पार्टियों में बहुजन समाज पार्टी ने 66, हिमाचल लोकहित पार्टी ने 36, तृणमूल कांग्रेस ने 25, समाजवादी पार्टी ने 16, सीपीएम ने 15, सीपीआई ने 07, एनसीपी ने 12, स्वाभिमान पार्टी ने 12 और शिवसेना ने 4 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। इनके अलावा 105 निर्दलीय भी मैदान थे।
मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए पूरा जोर लगाया है। वैसे हिमाचल प्रदेश में वर्ष 1977 के बाद से कभी भी सरकार रिपीट नहीं हुई है। प्रो. प्रेम कुमार इस बार यह मिथ तोडऩे के लिए प्रयासरत हैं।
पिछली बार 2007 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 41 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 23 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। इसके अलावा तीन सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गईं, जबकि एक सीट पर बहुजन समाज पार्टी को मिली थी।
राज्य में रिकॉर्ड मतदान किसके हक में जाता है, यह देखने वाली बात होगी।
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