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Categories: मनोरंजन

बड़ी-बड़ी अभिनेत्रियों को भी घटानी पड़ी अपनी फीस

मुंबई। बीते कुछ समय से बॉलीवुड की अधिकांश फ़िल्में घाटे में रहने के कारण अनेक विख्यात सिने तारिकाओं को भी

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अपनी फीस घटाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। बड़े सितारों को लेकर बनी फ़िल्में जैसे ‘गुलाब गैंग’, ‘हंसी तो फ़ंसी’, ‘घनचक्कर’, ‘बॉबी जासूस’, ‘रिवॉल्वर रानी’ नुकसान में ही रही हैं। इनमें से अधिकांश फ़िल्में ऐसी हैं जिनमें मुख्य किरदार अभिनेत्रियों का था। फिल्मों के फ्लॉप होने के चलते अभिनेत्रियों पर ये दबाव बन रहा है कि वे अपनी फ़ीस थोड़ी घटाएं।

परिणीति चोपड़ा, करीना कपूर, रानी मुखर्जी, विद्या बालन और माधुरी दीक्षित भी इन अभिनेत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में अनेक सफल फ़िल्में दी हैं, लेकिन अपनी पिछली कुछ फ़िल्में फ़्लॉप होने के कारण उन्हें अपनी फ़ीस में कटौती करनी पड़ी।

परिणीति चोपड़ा का नाम फ़्लॉप फ़िल्मों के चलते अपनी फ़ीस कम करने वाली अभिनेत्रियों की सूची में सबसे ऊपर आता है। परिणीति ने अपना करियर यशराज फिल्म्स की ‘लेडीज वर्सेज़ रिकी बहल’ से शुरू किया था। इसके बाद ‘हंसी तो फंसी’, ‘दावत ए इश्क़’ और ‘किल दिल’ के फ्लॉप होने के बाद परिणीति ने फ़िल्मों से ब्रेक लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि वो सिल्वर स्क्रीन पर वापसी किसी और फ़िल्म से नहीं बल्कि अपनी बहन प्रियंका के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनने वाली फ़िल्म से करेंगी। परिणीति ने एक प्रेस कांफ़्रेंस में कहा था, “प्रियंका और मेरे बीच में करियर संबंधी बातचीत होती रहती है और अक्सर मैं स्क्रिप्ट को लेकर उनसे बातचीत कर लेती हूं।” वैसे किल-दिल के बाद से परिणीति फ़िलहाल ब्रेक पर हैं।

करीना कपूर कुछ अरसे से ऐसी फ़िल्मों में नज़र आने लगी हैं जिनमें हीरो का रोल उनके रोल से कहीं ज़्यादा बड़ा होता है। पिछले साल रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘सिंघम रिटर्न्स’ में भी वो अजय देवगन के साथ कुछ सीन में नज़र आई थीं। हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘गब्बर इज़ बैक’ में भी करीना सिर्फ़ एक गाने में ही नज़र आई थीं। करीना की इमरान खान के साथ आई फ़िल्म ‘गोरी तेरे प्यार में’ फ्लॉप रही थी। ऐसे में ये चर्चा का विषय है कि करीना कपूर ने भी निर्माताओं को कम फ़ीस में काम करने के लिए ‘हां’ कहा है या ना।

रानी मुख़र्जी की आखिरी फ़िल्म ‘मर्दानी’ उनके होम प्रोडक्शन के तहत बनी थी, लेकिन इस फ़िल्म से पहले रानी के पास ख़ास काम नहीं रह गया था। साल 2007 में चार, 2008 में दो और 2009 में दो फ़िल्में करने वाली रानी को साल 2010 में कोई फ़िल्म नहीं मिली और साल 2011 में भी वो सिर्फ़ ‘नो वन किल्ड जेसिका’ में नज़र आई थीं। साल 2012 में रानी मुख़र्जी ने ‘अईय्या’ और 2013 में आई फ़िल्म ‘तलाश’ के लिए अपनी नियमित फ़ीस से काफ़ी कम में काम किया था और अब वो यशराज फ़िल्मस के लिए ही एक बार फिर से मर्दानी का सीक्वल बनाने की तैयारी में हैं, जिसमें ज़ाहिर तौर पर वो मेहनताना नहीं लेंगी।

विद्या बालन तीन बार लगातार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फ़िल्मफेयर अवार्ड जीत चुकी हैं, लेकिन बॉक्स ऑफ़िस पर तीन लगातार फ्लॉप फिल्मों के कारण उनका करियर भी उतार पर है। साल 2013 में आई उनकी फ़िल्में ‘घनचक्कर’ और 2014 की ‘शादी के साईड इफ़ेक्टस’ बॉक्स ऑफ़िस पर कोई ख़ास नहीं चलीं। हालांकि विद्या ने यूटीवी के मालिक सिद्धार्थ रॉय कपूर से शादी की है, लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वो सारी फ़िल्में यूटीवी के बैनर तले ही करेंगी। आने वाली फ़िल्म ‘हमारी अधूरी कहानी’ में वो इमरान हाशमी के साथ नज़र आएंगी, लेकिन कम फ़ीस के साथ ये तय है।

माधुरी दीक्षित ने करियर में पांच साल का ब्रेक लेने के बाद जब यशराज बैनर की फ़िल्म ‘आजा नच्च ले’ के लिए हां किया तो यशराज फ़िल्म उन्हें एक अच्छी ख़ासी फ़ीस देने को राजी हो गई थी। लेकिन यह फ़िल्म दर्शकों की अपेक्षा पर खरी नहीं उतरी। इस फ़िल्म की असफ़लता के साथ ये मान लिया गया कि माधुरी का वक्त अब बीत चुका है क्योंकि इसके बाद माधुरी दीक्षित की बतौर नायिका ‘डेढ़ इश्क़िया’ और ‘गुलाब गैंग’ भी आई लेकिन इन फ़िल्मों के लिए माधुरी ने काफ़ी कम फ़ीस ली।

‘गुलाब गैंग’ के निर्देशक शौमिक सेन ने एक प्रेस कांफ़्रेंस में बताया था, “माधुरी और जूही दोनों ने ही हमारी बहुत मदद की और फ़िल्म की कहानी सुनने के बाद उन्होंने कम बजट होते हुए भी हमारी फ़िल्म के लिए हां कर दी।”

एच. आनंद शर्मा

H. Anand Sharma is active in journalism since 1988. During this period he worked in AIR Shimla, daily Punjab Kesari, Dainik Divya Himachal, daily Amar Ujala and a fortnightly magazine Janpaksh mail in various positions in field and desk. Since September 2011, he is operating himnewspost.com a news portal from Shimla (HP).

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