हमीरपुर (भोरंज)। भोरंज उपमंडल की ग्राम पंचायत कंज्याण में जंगल से एक मादा तेंदुआ बच्चे जनने के लिए गांव की एक गौशाला में ही चली आई। ग्रामीणों को इसका उस समय पता चला जब वीरवार को उन्होंने कुछ समय से खाली पड़ी इस गौशाला की ऊपरी मंजिल में तेंदुए के दो नवजात शावक देखे। ग्रामीणों के अनुसार शावक दो तीन दिन के ही हैं। इसी से उन्हें आभास हुआ कि मादा तेंदुए ने गौशाला में आकर शावकों को जन्म दिया है।
Advertisement
पंचायत प्रधान पवन कुमार, उप प्रधान रघुवीर सिंह और अन्य ग्रामीणों- राजकुमारी, रुलिया राम, नेहा, कमलजीत आदि ने बताया कि गांव के बीच बनी इस गौशाला में तेंदुए के बच्चों को देख कर गांव में दहशत का माहौल है। आशंका है कि शावकों की मां वहीं आसपास हो सकती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में तेंदुओं का पहले से ही काफी आतंक है। अभी हाल ही में रौंही गांव में भी एक तेंदुए ने दो मवेशियों को अपना शिकार बनाया था। भयभीत ग्रामीण अपने पशुओं को रात के समय बाहर नहीं रख पा रहे हैं।
तेंदुए के शावकों के बारे में सूचना मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने ग्रामीणों को शावकों से दूर रहने की सलाह दी है। वन विभाग के दो कर्मचारी गौशाला के पास तैनात किए गए हैं ताकि मादा तेंदुआ के आते ही उसे शावकों सहित वहां से हटाया जा सके। ग्रामीणों ने वन विभाग से आग्रह किया है कि तेंदुए के शावकों को चिडिय़ाघर में ले जाया जाए ताकि क्षेत्र में किसी प्रकार की अनहोनी न हो। वन रक्षक लेख राम और बालक राम ने बताया कि शावकों की मां आस पास ही हो सकती है। इसलिए जब तक वह अपने शावकों को गौशाला से नहीं ले जाती, दो वन रक्षक वहीं पर तैनात रहेंगे।