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शिमला। डा. ओंकार शाद सीपीआईएम के नए प्रदेश सचिव चुन लिए गए हैं। सीपीआईएम के 15वें राज्य सम्मेलन के तीसरे दिन नई राज्य कमेटी के लिए हुए चुनाव में उन्हें सर्व सम्मति से सचिव चुना गया।चुनावी बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुसार राकेश सिंघा, डा. ओंकार शाद, डा. कश्मीर ठाकुर, टिकेंद्र सिंह पंवर, कुशाल भारद्वाज, प्रेम गौतम, डा. कुलदीप सिंह तंवर और संजय चौहान राज्य सचिवालय सदस्य होंगे, जबकि जगतराम, विजेंद्र मेहरा, बिहारी सयोगी, प्रताप ठाकुर, फालमा चौहान, होत्तम शौंखला, भूपेंद्र सिंह, रविंद्र कुमार, सतपाल, सुदेश ठाकुर, जोगिंद्र सिंह, विजय शर्मा, विश्वनाथ, संतोष कपूर, दया किशन, एनडी रनोट, देवकी नंदन, जयवंती, कपिल भारद्वाज, मनीष शर्मा, नारायण चौहान और रमेश वर्मा राज्य कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं।
इस अवसर पर सेंट्रल कंट्रोल कमीशन का भी गठन किया गया, जिसमें प्रो. राजेंद्र चौहान, घनश्याम और सरोज को सदस्य बनाया गया। बाद में इन सभी सदस्यों ने प्रो. राजेंद्र चौहान को अपना चेयरपर्सन चुन लिया।
बैठक में राकेश सिंघा, डा. ओंकार शाद, डा. कश्मीर ठाकुर और टिकेंद्र सिंह पंवर को आगामी अप्रैल माह में प्रस्तावित पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भाग लेने के लिए डेलिगेट बनाया गया, जबकि प्रताप ठाकुर और फालमा चौहान को वैकल्पिक डेलिगेट के रूप में रखा गया है।इससे पूर्व पार्टी के पूर्व राज्य सचिव राकेश सिंघा ने राजनीतिक प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया और सभा में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
पूंजी का केंद्रीयकरण देश की सबसे बड़ी समस्याः सम्मेलन में मौजूद माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक हालत पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा भारत और चीन विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं, लेकिन इनमें बहुत बड़ा अंतर यह है कि चीन में पूंजी आम जनता में लगभग समान रूप से बंटी है, जबकि भारत में यह मात्र कुछ लोगों के बीच ही केंद्रित है। यही हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या है।
उन्होंने कहा कि वामपंथ पश्चिम बंगाल सहित सभी क्षेत्रों में तेजी से अपनी ताकत बढ़ा रहा है। मजदूर, किसान, छात्र, युवा और महिलाएं लगातार वामपंथ के झंडे तले एकत्रित हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एमएल) और उन बुद्धिजीवियों के साथ भी सकारात्मक बातचीत हुई है, जो पहले सीपीआईएम के साथ नहीं थे। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा जैसी सांप्रदायिक एवं साम्राज्यवादी ताकतों का डटकर मुकाबला किया जाएगा।
पार्टी के 15वें राज्य सम्मेलन में आगामी तीन वर्षों के लिए टास्क भी तय किए गए। निर्णय लिया गया है कि पार्टी राज्य में जन संघर्षों के माध्यम से तीसरा सशक्त विकल्प तैयार करेगी। प्रदेश भर में स्थानीय मुद्दों के आधार पर जनांदोलन शुरू किए जाएंगे और जनता को जनवादी विचारधारा से जागृत किया जाएगा। दलितों एवं महिलाओं के शोषण के मुद्दों की पहचान कर उन पर पार्टी की रणनीति तय करने का भी निर्णय लिया गया। पूर्व राज्य प्रभारी ए. विजय राघवन विशेष रूप से मौजूद रहे।