धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में करीब डाई सौ करोड़ रुपये के हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी जा रही है। यहां तपोवन में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन को यह जानकारी दी। कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी द्वारा उठाए गए मुद्दे के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस तीन दिन में अब तक की जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंप देगी।
इससे पूर्व कांग्रेस ने मामले की धीमी जांच पर सदन में जमकर हंगामा किया। जगत सिंह नेगी ने कहा कि छात्रवृत्ति घोटाले की जिस तरह सुस्ती से जांच हो रही है, उससे लगता है कि सरकार नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की तरह इस घोटाले के अभियुक्तों के भी भागने का इंतजार कर रही है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से कुछ समय के लिए वॉकआउट भी किया।
शिक्षामंत्री ने जवाब में कहा था कि गत जनवरी माह में इस गड़बड़ी की जानकारी मिली थी। घोटाले की पुष्टि के बाद कैबिनेट की मंजूरी लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश 4 सितंबर को केंद्रीय कार्मिक विभाग के जरिए गृह मंत्रालय को भेजी थी और 16 नवंबर को थाने में मामला दर्ज कराया गया। विपक्षी दल कांग्रेस मंत्री के इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुई और नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट किया। कुछ समय बाद विपक्ष के लौटने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सीबीआई को सौंप देगी।