हिमाचल के दूरस्थ ऊपरी क्षेत्रों में आज भी ऐसे लोग मिल जाएंगे जो हर समय- चूल्हे के पास आग सेंकते… Read More
उस समय डा. यशवंत सिंह परमार पैदल ही क्षेत्र के नेताओं के साथ सोलन बाज़ार होते हुए राजगढ़ की ओर… Read More
पहाड़ों में खरांवका घी ही प्रयोग में लाया जाता है। यह घी खुशुबूदार और स्वाद में अद्वितीय होता है। ठेठ… Read More
नाहन (सिरमौर)। हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में सर्दियों के मौसम में लोगों की एक पसंदीदा डिश है- बिच्छु बूटी… Read More
कुल्लू जिला में प्रायः हर ग्राम्य देवता के अपने लोक गायक, लोक वादक और लोक वाद्य हैं। देवयात्रा के समय… Read More
देहरादून। तांत्रिकों, पंडितों के इस कुष्प्रचार कि धन की देवी लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू की बलि से बहुत प्रसन्न होती… Read More
नाहन। सिरमौर जिला में पैरवी नदी के उद्गम ‘बांगा पाणी’ झील (रौ) से पानी ओवर फ्लो होकर जब भयानक शोर… Read More
मछलियों को अचेत करने के लिए टिमरू के तने की छाल से बनाए गए चूर्ण का प्रयोग किया जाता है।हानिकारक… Read More