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खुला मंच

नन्दिनी सुंदर और बस्तर की पुलिस

नन्दिनी सुन्दर से मैं वर्ष 2005 में पहली बार मिला था। वे दन्तेवाड़ा में हमारे आश्रम में आती रहती थीं।… Read More

7 years ago

मैं कभी किसी कम्युनिस्ट पार्टी का सदस्य नहीं रहा

सुखदेव विश्वप्रेमी जी हिमाचल के पालमपुर में दलित अधिकारों पर काम करते हैं और CPI से जुड कर छात्र राजनीति… Read More

8 years ago

मोदी सरकार की 20 बड़ी ‘उपलब्धियां’

 नई दिल्ली। देश में ‘अच्छे दिन’ लाने के आश्वासन पर बनी मोदी सरकार का लगभग आधा कार्यकाल समाप्त होने को… Read More

8 years ago

सिंघा को अनशन से उठाकर जंगल में फेंका!

अनशन पर बैठे नेता के साथ इस तरह का व्यवहार सरकार की मंशा पर भी सवालिया निशान लगाता है। अनशन… Read More

8 years ago

राजनीति का यह खूनी खेल- अब बस भी करो!

...सियासत के इस घिनौने खेल का अंत उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद भी शायद ही ख़त्म हो। चुनाव के बाद… Read More

8 years ago

संसदीय सचिव तो पूरे देश में हैं, उसका क्या?

दिल्ली में 'लाभ का पद' विवाद मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के 21 विधायकों की सदस्यता खतरे में है।… Read More

8 years ago

हम इसलिए कामरेड कहलाते हैं…

इसलिये हम कॉमरेड हैं। कुछ सत्य अगर दोहरा दिए जाएं तो हर्ज नहीं होगा। जैसे भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी… Read More

8 years ago

रास्ता सही, मगर रफ़्तार बढ़ानी होगी

समीक्षा हमेशा कठिन रहती है। खासकर तब जब आपको गुण और दोष, प्राप्तियों और नाकामियों, दोनों का ही जिक्र करना… Read More

8 years ago