नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अपने तरकश से
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि देश के चार ‘महानुभावों’- पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रमण्यम, सुप्रीम कोर्ट की मशहूर वकील कामिनी जायसवाल, पूर्व व्यय सचिव टीएस शर्मा और एडमिरल तहलियानी ने मुझसे शिकायत की है कि रिलायंस कंपनी ने केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ मिलकर साजिश रची है, जिसकी वजह से 1 अप्रैल से गैस के दाम बढ़ा दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कंपनी और सरकार की मिलीभगत की वजह से 1 डॉलर प्रति यूनिट गैस के दाम बढ़कर 8 डॉलर प्रति यूनिट पहुंच जाएंगे। साथ ही इन सभी ने मिलकर कोई न कोई तरीका हमेशा निकाला है कि निजी कंपनी को फायदा मिलता रहे।
केजरीवाल के अनुसार उन्हें शिकायत मिली है कि मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस गैस लिमिटेड को गैस निकालने के लिए कुछ कुएं दिए गए, जिसमें इसकी लागत एक डॉलर प्रति यूनिट से कम थी, लेकिन एनटीपीसी से 2.3 डॉलर प्रति यूनिट पर आपूर्ति करने का समझौता किया गया। इसे बाद में मंत्रियों से मिलकर बढ़ाकर चार डॉलर प्रति यूनिट कर दिया गया। अब इसे एक अप्रैल, 2014 से आठ डॉलर प्रति यूनिट किए जाने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि इन कुंओं से 80 हजार मिलियन यूनिट गैस निकालना था, लेकिन कंपनी ने 18 फीसद से भी कम गैस निकाली ताकि देश में गैस की कमी दिखाकर ज्यादा मुनाफा वसूला जा सके। इससे रिलायंस कंपनी को 54 हजार करोड़ का फायदा हुआ, लेकिन देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ी।
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर इसी कुएं से गैस निकाल रही रिलायंस की पार्टनर कंपनी 2.34 डॉलर पर बांग्लादेश में गैस बेच रही है, लेकिन हमारे देश के कुएं से निकलने वाली गैस हमें ही अप्रैल से 8 डॉलर की दर से मिलेगी।
गैस महंगी, तो सब महंगा हो जाएगाः अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर गैस के दाम 8 डॉलर हो गए तो यह आम जनता के लिए बड़ी मुसीबत की बात होगी। उसका जीना दूभर हो जाएगा। सीएनजी महंगी हो जाएगी और उसकी वजह से ट्रांसपोर्ट के दाम बढ़ेंगे। बिजली कंपनियां यही गैस बिजली बनाने के लिए इस्तेमाल करती हैं, इसलिए बिजली भी महंगी हो जाएगी। साथ ही इससे खाद भी तैयार होती है, तो उर्वरक भी महंगे हो जाएंगे और इसके कारण खाने के सामान की कीमतें बढ़ेंगी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कैग ने अपने ऑडिट में लिखा है कि सरकार के साथ मिलकर जो गड़बड़ियां हुईं, उससे रिलायंस को सवा लाख करोड़ का विंडफॉल लाभ हुआ है। और अब एक बार फिर चुनावों से ऐन पहले जिस तरह गैस के दाम बढ़ाने की तैयारी की जा रही है, उससे सवाल पैदा होना लाजिमी है कि क्या अंबानी और नेताओं के बीच कोई डील हुई है। केजरीवाल ने सवाल उठाया, “क्या कांग्रेस को कुछ पैसा पहुंचा? इस मामले पर विपक्षी दल चुप्पी साधे हैं, क्या उन्हें भी पैसा मिला है और क्या मीडिया को भी पैसा खिलाया गया है?”
केजरीवाल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री और मोइली को चिट्ठी भी लिखने जा रहे हैं, जिसमें तीन निवेदन किए जाएंगे। पहला निवेदन यह होगा कि जांच पूरी होने तक गैस के दाम नहीं बढ़ाए जाएं। दूसरा निवेदन यह होगा कि एफआईआर के बाद होने वाली जांच में सरकार के सभी मंत्रालय सहयोग दें। फाइलें मांगी जाए और समन भेजा जाए तो जांच एजेंसी को सहयोग मिले। और तीसरा निवेदन यह है कि अगर मुकेश अंबानी की कंपनी गैस उत्पादन नहीं कर रही और मुनाफा बढ़ाने के लिए कृत्रिम कमी दिखा रही है तो यह कार्य दूसरी सरकारी कंपनियों को सौंप दिया जाए।