हमीरपुर। नादौन उपमंडल में नकली सीमेंट की आपूर्ति से लोगों को करोड़ों की चपत लग गई है। अब तक की जांच के
नादौन क्षेत्र की ग्राम पंचायत पुतडयाल के जंगल, खलेड़ व आदर्शनगर आदि गांवों में लगभग 12 लोगों ने पुलिस में शिकायत की है कि पुतडयाल में एसीसी सीमेंट के डीलर आरएस ट्रेडर्स ने उन्हें जो सीमेंट बेचा था, वह नकली एवं अत्यंत घटिया क्वालिटी का है। शनिवार को ही दो और लोगों- सुहड़ू राम निवासी गांव जंगल तथा ज्ञान चंद निवासी गांव आदर्श नगर ने भी इसी तरह की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई है। बताया जाता है कि क्षेत्र में ऐसे और भी कई मामले हैं, जिन्होंने इस घटिया सीमेंट का प्रयोग किया और अब पछता रहे हैं।
पुतडयाल पंचायत के उपप्रधान विक्रमजीत ने अपने नव निर्मित तीन मंजिला मकान में जब बिजली की फिटिंग आरंभ की तो पाया कि मामूली छेड़छाड़ से ही सीमेंट दीवारों से झड़ता जा रहा है। उन्होंने जब बारीकी से जांच की तो पता चला कि भवन के कई भागों में नकली सीमेंट लगा हुआ है। उनकी पशुशाला में भी इसी तरह का आलम नजर आया।
विक्रमजीत ने पुलिस में की शिकायत में बताया कि उन्होंने एसीसी सीमेंट के स्थानीय डीलर आरएस ट्रेडर्स से 450 बोरी सीमेंट खरीदा है। अब पता चला है कि असली और नकली सीमेंट की बोरी में अंकित क्रमांक संख्या में भी अंतर है। नकली बोरी पर बिक्री मूल्य 440 रुपये तथा असली बोरी पर 550 रुपये अंकित है। इनकी सिलाई में प्रयुक्त धागे में भी अंतर साफ देखा गया है। उप प्रधान ने बताया कि इस सीमेंट से उन्होंने दो लेंटर डाले हैं तथा दोनों ही बेकार हो गए। इससे उन्हें 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
खलेड़ गांव के अमर सिंह की गोशाला तथा मकान में डाले गए मार्बल के लिए सौ बोरी सीमेंट खरीदा था । बलदेव सिंह ने 60 बोरी, सुभाष राणा ने रसोई घर में मार्बल डालने के लिए 75 बोरी, शक्ति चंद राणा ने पानी का टैंक बनाने तथा बरामदे में टायल डालने के लिए 20 बोरी सीमेंट इसी डीलर से खरीदा था। यह सारा निर्माण बेकार हो गया है। इस सीमेंट से बनी दीवारें, पिल्लर व लेंटर से सीमेंट थोड़ा सा रगड़ने पर ही झड़ जाता है।
जंगल गांव निवासी राजेंद्र ने तो दो दिन पहले ही अपने घर में लेंटर डाला है। उन्होंने बताया कि वे अब तक 200 बोरी सीमेंट लगा चुके हैं। इसी गांव के रिंकू ने भी करीब 180 बोरी सीमेंट अपनी नई दुकान बनाने में प्रयोग किया है। आदर्शनगर के विजय कुमार ने बताया कि उन्होंने नए भवन निर्माण के लिए नींव भरी है, परंतु नींव से बजरी हाथ लगाने पर ही उखड़ जाती है। इन सभी लोगों ने यह भी बताया कि डीलर ने किसी को भी सीमेंट का बिल नहीं दिया।
नादौन के थाना प्रभारी जसवीर ठाकुर ने बताया कि इस सारे प्रकरण की जांच की जा रही है। पता लगाया जाएगा कि डीलर ने यह सीमेंट कहां से प्राप्त किया और आगे किस-किस को बेचा।