शिमला। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चर्चा नहीं कराए जाने के रोष में विपक्षी दल कांग्रेस ने शुक्रवार को विधानसभा से वॉकआउट किया। कांग्रेस ने स्पीकर को नोटिस देकर आग्रह किया था कि सारे काम छोड़ कर पहले राज्य में चिंताजनक रूप से बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर चर्चा कराई जाए, लेकिन इस मांग को स्वीकार नहीं किया गया। कांग्रेस ने इस पर सदन में खूब हंगामा किया और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में सभी विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल आए।
पूर्व मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही कानून व्यवस्था पूरी तरह तहस- नहस हो गई है। औसतन हर रोज बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, हर तीसरे दिन हत्याएं हो रही हैं और हर रोज दो अपहरण की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही।
उन्होंने कहा कि जयराम सरकार बनने के बाद आज तक हत्या की 64, रेप की 196, अपहरण की 283, छेड़छाड़ की 333, महिला उत्पीड़न की 98 घटनाएं हो चुकी हैं। नशे का अवैध कारोबार लगातार बढ़ रहा है। अभी तक इससे जुड़े 800 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की ऐसी हालत पहले कभी नहीं देखी गई।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांगड़ा में अभी तक सबसे अधिक 17 हत्या की घटनाएं हुई हैं, जबकि शिमला में 12 और ऊना में 10 हत्याएं हो चुकी हैं। इसी प्रकार बलात्कार की कांगड़ा में 30, कुल्लू में 18, मंडी में 32, शिमला में 21, सिरमौर में 24, ऊना में 15 और सोलन में 13 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें अनेक सामुहिक बलात्कार की घटनाएं भी शामिल हैं। बढ़ती आपराधिक घटनाओं से जनता में असुरक्षा की भावना घर कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से सवाल किया है कि वह सदन में कानून व्यवस्था पर चर्चा से क्यों भाग रही है? क्या सरकार ने अपराधियों के आगे हाथ खड़े कर लिए हैं? क्या सरकार प्रदेश को इसी तरीके से चलान चाहती है?