नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने आईएसआई के लिए जासूसी प्रकरण में कुछ नए खुलासे करते हुए भाजपा और आरएसएस पर कड़ा प्रहार किया है और आरोप लगाया है कि ये संगठन आज देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन गए हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता आशुतोष शर्मा ने वीरवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल में जासूसी प्रकरण की जांच में खुलासा हुआ है कि भाजपा और आरएसएस के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ अंतरंग संबंध हैं। यहां तक कि भाजपा के कुछ कार्यक्रमों के लिए आईएसआई से बाकायदा फंडिंग हो रही थी।
आप नेता के अनुसार जासूसी प्रकरण की जांच में खुलासा हुआ है कि इसमें करीब 500 लोगों का नेटवर्क काम कर रहा था। वहां 50 मोबाइल फोन, 3000 सिम कार्ड और 35 सिम बाक्स बरामद हुए हैं। लेकिन अभी तक गिरफ्तारियां केवल 6 लोगों की ही हुई हैं। ये सभी भाजपा और आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोग वहां अवैध रूप से एक टेलिफोन एक्सचेंज चला रहे थे, जिसके लिए आईएसआई हर माह आठ लाख रुपये की फंडिंग करती थी। जासूसों का नेतृत्व ध्रुव सक्सेना कर रहा था, जो भोपाल में भाजपा के आईटी सेल का प्रभारी है और जिसके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा महासचिव कैलाश विजय वर्गीय के साथ निकट संबंध हैं। इनके साथ ध्रुव सक्सेना की सैकड़ों तस्वीरें इंटरनेट में उपलब्ध हैं।
आशुतोष शर्मा के कहा कि अभियुक्तों ने पूछताछ में इस कांड में संलिप्त करीब 200 भाजपाइयों के शामिल होने की बात कबूल की है, जो एक गंभीर मामला है। स्थिति को देखते हुए सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या भाजपा- आरएसएस अब आईएसएआई के गिरफ्त में आ गई है? उन्होंने कहा कि इस मामले में स्थानीय अदालत ने भी टिप्पणी की है कि यह अंतर्राष्ट्रीय जासूसी से जुड़ा एक गंभीर मामला है, जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि इस प्रकरण जी निष्पक्ष जांच सुप्रीमकोर्ट की देखरेख में गठित कमेटी से कराई जाए।
पत्रकार वार्ता में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय नेतागण संजय सिंह, दिलीप पांडे और कपिल मिश्रा भी मौजूद थे।