सोलन। सोलन और सिरमौर जिलों के किसानों को टमाटर ने इस बार निहाल कर दिया। दिल्ली सहित विभिन्न मंडियों में इस समय सोलन- सिरमौर के टमाटर का बोलबाला है। दिल्ली में गत दिवस यहां के टमाटर की 14- 15 किलोग्राम की पेटी एक हजार रुपये तक में बिकी। टमाटर का 24- 25 किलोग्राम का एक क्रेट 1700 से 1800 रुपये में बिक रहा है। किसानों को एक किलोग्राम टमाटर के 50 से 70 रुपये तक मिल रहे थे, जबकि गत वर्ष मंदी के कारण किसानों को अपनी फसल नष्ट भी करनी पड़ी थी।
जानकारों के अनुसार मंडियों में हिम सोना किस्म के टमाटर के दाम सबसे अच्छे मिल रहे हैं, जबकि हाईब्रीड किस्मों को अपेक्षाकृत कम रेट मिलते हैं। हिम सोना किस्म का टमाटर एक सप्ताह तक खराब नहीं होता है। इसलिए व्यापारी इसे ही लेना अधिक पसंद करते हैं। यहां किसान हिम सोना के अतिरिक्त रेड गोल्ड, डाक्टर सोना, पीएस-61 आदि किस्मों के टमाटर भी उगाते हैं। किसी समय यहां सोलन गोला किस्म का बोलबाला था।
सोलन और सिरमौर में टमाटर का सीजन जून माह के अंत में शुरू हो जाता है और अगस्त सितंबर तक चलता है। शुरुआती दौर में किसानों को टमाटर का रेट सामान्य मिल रहा था। एक क्रेट के 500 रुपये तक मिल रहे थे। लेकिन बाद में धीरे- धीरे दाम बढ़ते चले गए और एक माह में ही दाम तीन गुणा तक पहुंच गए। इस समय राजधानी शिमला में भी परचून में टमाटर 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक में बिक रहा है।
सोलन मंडी में इस समय हिम सोना टमाटर 1400 से 1500 रुपए प्रति क्रेट बिक रहा है, जबकि हाईब्रिड टमाटर का एक क्रेट एक हजार रुपये तक में मिल रहा है। बताया जा रहा है कि सोलन के टमाटर की सबसे अधिक डिमांड कानपुर में है। सोलन मंडी में अधिकांश टमाटर कानपुर के व्यापारी ही खरीद रहे हैं।
मार्केट कमेटी सोलन के सचिव प्रकाश कश्यप के अनुसार सोलन और सिरमौर से दिल्ली मंडी के अतिरिक्त पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार आदि राज्यों की मंडियों को भी टमाटर की सप्लाई हो रही है। सोलन मंडी में गत एक माह के दौरान टमाटर के 3.50 लाख से अधिक क्रेट आ चुके हैं। प्रतिदिन 10 से 12 हजार क्रेट माल मंडी में पहुंच रहा है। सोलन में अभी तक टमाटर का व्यवसाय 40 करोड़ से अधिक हो चुका है। रेट ऐसे ही रहे तो आने वाले दिनों में यह आंकड़ा 100 करोड़ को पार कर जाएगा। प्रकाश कश्यप का मानना है कि टमाटर के दाम आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार बने रहेंगे।
सिरमौर जिला में राजगढ़ क्षेत्र के प्रगतिशील किसान रणदेव ठाकुर, राजपाल, सुरेंद्र तोमर, ज्ञान प्रकाश, अर्जुन मेहता आदि ने बताया कि इस साल टमाटर के दाम शुरू से ही अच्छे रहे। पहले किसानों को दिल्ली मंडी में 14-15 किलो की पेटी केदाम 400-500 रुपये मिले। फिर दाम बढ़ कर 700-800 पेटी भी मिले औरगत दिवस तो यह 1000 रुपये तक पहुंच गए। क्रेट में भेजा जाने वाला टमाटर 1700-1800 रुपये तक पहुंच गया। एक क्रेट में 24-25 किलो टमाटर आते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल टमाटर के दाम काफी कम मिलने के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ जगह तो किसानों को टमाटर फेंकने पड़ गए थे। लेकिन इस साल अच्छे दाम मिलने से किसान खुश हैं।
जानकारों के अनुसार इस बार पंजाब और महाराष्ट्र में टमाटर की फसल अच्छी नहीं हुई। पिछले दिनों दाम बहुत गिर जाने के कारण किसानों को टमाटर विरोध स्वरूप हाइवेज पर बिखेरने पड़ गए थे और उसके बाद बड़ी संख्या में किसानों ने इसकी खेती से तौबा कर ली थी। इस कारण भी बाजार में टमाटर आपूर्ति घटी है, जिसका लाभ हिमाचल और उत्तराखंड के किसानों को मिल रहा है।