Research, achievements and problems of agriculture and horticulture sector and also experiences of progressive farmers.
भारत ही नहीं बल्कि एशिया भर में 90 प्रतिशत तक लुप्त हो चुकी देसी यानि एपिस रियोना प्रजाति की मधुमक्खियां अब पहाड़ों में महफूज रह सकेंगी। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में बागवानी अनुसंधान कें... Read more
डा. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी ने सफेद मशरूम की एक विकसित किस्म तैयार कर अनुसंधान के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। विवि में पादप रोग निदान विभाग की प... Read more
बागीचे में इसराइली तकनीक से पौधों की ट्रिनिंग करते राजेंद्र सिंह चौहान। अग्रणी सेब उत्पादक क्षेत्र कोटखाई में इसराइली तकनीक से सेब का एक मॉर्डन बागीचा तैयार हो रहा है। वर्ष 2012 में इस बागीच... Read more
उत्तराखंड में चाय की खेती के अधीन क्षेत्रफल को और बढ़ाने के लिए प्रक्रिया तेज हो गई है। विभिन्न जिलों की कुछ बंजर ढलानों में चाय के नए बागीचे लगाने और उनके आसपास चाय कारखाने स्थापित किए जाने... Read more
जनजातीय क्षेत्र किन्नौर में चिलगोजा के वृक्षों पर ठेकेदारों का कहर टूट पड़ा है। चिलगोजा के बड़े पैमाने पर अवैज्ञानिक दोहन की खबरें हर ओर से आ रही हैं, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे हुए है। ठेकेद... Read more
प्रदेश के निचले क्षेत्रों में अनार उत्पादन के लिए अपार संभावनाओं को देखते हुए शिमला जिले के भी कुछ क्षेत्रों मेें इसकी बागवानी शुरू हो गई है। शिमला जिले के नेरवा और इसके साथ लगते निचले क्षेत... Read more
हिमाचल प्रदेश में निकट भविष्य में ही निचले गर्म इलाकों में भी सेब की फसलें लहलहा सकेंगी। बागवानी विभाग विदेशों से सेब, नाशपाती, चेरी और अखरोट की ऐसी किस्में आयात करने जा रहा है, जिन्हें प्रद... Read more