राजधानी शिमला में फैले पीलिया को लेकर बस में गर्मागरम बहस चल रही थी। पीछे की सीट से एक यात्री ने तल्ख होते हुए कहा, “भाई इससे तो अंग्रेजों का राज ही अच्छा था।” किसी ने भी इसका विरोध नहीं किय... Read more
इन दिनों पता नहीं क्यों मुझे बार-बार पीछे मुड़कर झांकने की बीमारी सी हो गई है। बीती जिंदगी में, साहित्य, पत्रकारिता, राजनीति, मानवीय विकास आदि सभी में झांकता रहता हूं कि आखिर हम कहां से चले... Read more