Quick reports on Uttarakhand’s political , social , economic and cultural activities .
चम्पावत। उत्तराखंड में बेशकीमती सार्वजनिक संपत्तियों को कूड़े में बदलते देख हर कोई माथा पीट लेता है, लेकिन सरकारें किसी काल्पनिक दुनिया में ही विचरण करती नजर आती हैं। चंपावत जिले के ताड़केश्व... Read more
हरिद्वार। धर्म जगत में परेशानी का सबब बन चुके फर्जी शंकराचार्यों व महामंडलेश्वरों को शीघ्र ही धर्म संसद बुलाकार बेनकाब किया जाएगा। हरिद्वार की अखाड़ा परिषद ने निर्णय लिया है कि शीघ्र ही एक ध... Read more
देहरादून। उत्तराखंड में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके उत्तराधिकारियों के समक्ष दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सरकारी उपेक्षा के कारण पिछले छह माह से इन लोगों की पेंशन बंद हुई... Read more
देहरादून। उत्तराखंड में आंदोलनों की भरमार है। कहीं किसान आंदोलन पर हैं तो कहीं, कर्मचारी, मजदूर एवं ग्रामीण अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर संघर्षरत हैं... Read more
चम्पावत। चंद राजाओं की राजधानी रही चम्पावत में उत्पादित जैविक चाय की महक सात समंदर पार तक पहुंच चुकी है। यूरोपियन देशों में इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है, जिस कारण टी बोर्ड ने इस वर्ष अप्... Read more
उत्तरकाशी (पुरोला)। मोरी प्रखंड में एक ग्राम प्रधान ने सभी नियमों को ताक में रख कर अपने ही परिवार के सात सदस्यों को इंदिरा आवास योजना के तहत आवास बांट डाले। प्रशासन तक पहुंची शिकायत में तो य... Read more
देहरादून। उत्तराखंड में आज जिस भी व्यक्ति से बात करें वह छला हुआ महसूस करता है। उसे लगता है कि इससे बेहतर तो उत्तर प्रदेश में ही थे, अलग राज्य का फ़ायदा ही क्या हुआ? सरकारी अमला काम करने के... Read more