गुजरात, जिसकी छवि सबसे विकासोन्मुख राज्य के रुप में होती है,की विकास दर भी बिहार से कम है। पिछले दो वर्षों में बिहार की विकास दर सबसे ऊपर रही है। वहां विकास दर पिछले साल 14.77 प्रतिशत थी।
केंद्रीय सांख्यिकी विभाग ने विकास के जो आंकड़े योजना आयोग को दिए हैं, उसके अनुसार बिहार की विकास दर 13.13 प्रतिशत, दिल्ली की 11.34 प्रतिशित, पुडुचेरी की 11.00 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ की 10.8 प्रतिशत, गोवा की 10.7 प्रतिशत और पंजाब राज्य की विकास दर 5.8 प्रतिशत है।
बिहार की विकास दर बढऩे का सीधा मतलब है कि देश के विकास में बिहार का योगदान पहले से बढ़ा है, लेकिन कई राज्यों की विकास दर घटी भी है। मसलन उत्तर प्रदेश, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल और कई अन्य राज्यों की विकास दर पिछले साल की तुलना में घटी है।
जिन राज्यों की विकास दर पिछले साल की तुलना में बढ़ी है उनमें असम, गोवा, जम्मू कश्मीर, दिल्ली और छत्तीसगढ़ का नाम शामिल है। इसमें बिहार का नाम इसलिए नहीं है, क्योंकि पिछले साल इसकी विकास दर 14 प्रतिशत से अधिक थी।
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