कुल्लू। कुल्लू जिला में बंजार क्षेत्र के भेउट में वीरवार को एक ओवर लोडिड निजी बस (एचपी 65-7065) के 500 फुट गहरी खाई में लुढ़क जाने से 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हैं। इस 42 सीटर बस में 70 लोग सवार थे।
बताया जा रहा है कि चढ़ाई में बस का गियर नहीं लगा और वह पीछे की ओर चल पड़ी तथा अनियंत्रित होकर नीचे जीभी खड्ड में जा गिरी। बस चालक ने छलांग लगा अपनी जान बचाई और मौके से फरार हो गया। लोगों ने बाद में उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस अधीक्षक कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री का कहना है कि बस चालक के विरुद्ध लापरवाही से वाहन चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एडीएम कुल्लू अक्षय सूद मामले की जांच करेंगे।
महावीर ट्रेवल की यह बस (एचपी 65-7065) बंजार से गड़ागुशैणी जा रही थी। बस रोजाना बंजार से दोपहर बाद सवा तीन बजे अपने गंतव्य को रवाना होती थी। गुरुवार को बंजार में जाम के कारण यह अपने तय समय से 15 से 20 मिनट देरी से चली। चार बजे के करीब भेउट मोड़ पर हादसे का शिकार हो गई।
बस के गिरने की आवाज सुनकर साथ लगते भुमार गांव के लोग घटनास्थल की और भागे। घटनास्थल को सीधे जाने के लिए रास्ता न होने के कारण घूमकर जाना पड़ा। हादसा इतना भयानक था कि 500 फुट तक ढांक पर जगह-जगह शव बिखरे पड़े थे। मरने वालों में अधिकांश महिला व युवक शामिल हैं। लोगों ने शवों और घायलों को खड्ड से निकालने के लिए मानव श्रृंखला बनाई और उन्हें उठाकर सड़क तक पहुंचाया। सूचना मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया और कुल्लू और मंडी से एंबुलेंस को घटना स्थल की ओर रवाना किया।
सबसे अधिक दिक्कतें घायलों को निकालने में आई। उन्हें खड्ड पार कर सड़क तक पहुंचाया गया। सीधे ढांक से निकालना मुश्किल था। घायलों को तुरंत बंजार अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में 35 लोग घायल हुए। करीब 25 घायलों को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू लाया गया हैं। कुछ को नेरचौक मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। हादसे
मृतकों की पहचान पुष्पा देवी (25) पत्नी मोहन लाल गांव बाहु, विशाल सिंह (42) पुत्र आलम चंद गांव चुनार, आदित्य शर्मा (22) पुत्र ओम प्रकाश गांव मोहनी, चांदनी (20) पुत्री ब्रृज लाल बालीचौकी, मीना देवी (22) पुत्री ईश्वर दास निवासी बालीचौकी, चरण सिंह (54) पुत्र दया राम निवासी काहू, डोला (56) पुत्र परमानंद निवासी मोहनी, खजान सिंह (75) पुत्र केशव राम निवासी बाहु, देवेंद्र (26) पुत्र देवकी नन्दन निवासी मोहनी, चंपा (26) पत्नी महिंद्र सिंह निवासी गड़ा गुसैनी, बस कंडक्टर छोटू राम, यशपाल (36) पुत्र गुमट निवासी मोहनी, शेष राम (80) पुत्र तुले राम निवासी मोहनी, पूर्ण चंद (24) पुत्र गुरदयाल सिंह, कांता (26) पत्नी ढाबे राम निवासी बाहु, रमेश चंद (20) पुत्र भूप सिंह निवासी मोहनी, कांता देवी (38) पत्नी कजर सिंह निवासी बाहु, पन्नू देवी (60) पत्नी धर्मदास निवासी तांदी, मोहन लाल (42) पुत्र खेक राम निवासी तांदी, शंगरी देवी (21) निवासी गुशेनी, रति राम (45) पुत्र रूप दास निवासी बालीचौकी, खेम सिंह (60) पुत्र जगत राम निवासी गडागुशैणी, सीता देवी (20) पुत्री दिलीप सिंह निवासी बाहू, यमुना देवी (18) पुत्री जगत राम निवासी तांदी, दीनानाथ (60) पुत्र ठाकुर दास बालीचौकी, दिनेश (04) पुत्र मोहन लाल निवासी बाहू, शेष राम (68) पुत्र निरंजन सिंह निवासी बाहू, पन्ना लाल (37) पुत्र भीमसेन निवासी पुजाली, रीता देवी (31) पत्नी तापे राम निवासी बाहू, कुसुमलता (20) पुत्री गुरदयाल सिंह निवासी बछूट, धनेश्वरी (19) पुत्री खेमचंद निवासी बछूट और जानवी (10) पुत्री मोहनलाल निवासी तांदी के रूप में हुई है। अन्य चार मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर इस बस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए कामना की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है, उन्हें फौरी राहत दी जा रही है।
मंडी-कुल्लू के सांसद रामस्वरुप शर्मा ने भी इस दुर्घटना पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों की आत्मिक शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से शोक संतप्त परिवारों को हर संभव मदद दी जाएगी।