चंबा। विद्युत परियोजनाओं से होने वाली परेशानियों के कारण चंबा के लोग अब फूंक- फूंक कर कदम उठाना चाहते
होली-बजोली लघु पन विद्युत परियोजना के प्रबंधकों ने गत वीरवार को जब कीनाला स्थित पावर हाउस साइट के लिए सड़क का कार्य शुरू करना चाहा तो स्थानीय महिलाओं का एक दल जेसीबी के आगे धरने पर बैठ गया। स्थिति को देखते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा, लेकिन महिलाएं हटने के लिए तैयार नहीं हुईं। उनका कहना था कि सरकार और कंपनी प्रबंधन पहले इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति और लोगों की अचल संपत्ति की वीडियोग्राफी करवाए ताकि पावर हाउस के निर्माण के समय लोगों की संपत्ति को किसी भी तरह का नुकसान होने पर परियोजना प्रबंधक मुआवजा देने में आनाकानी न कर सके। ग्रामीणों ने मीडिया को बताया कि यहां जिस स्थान पर परियोजना का पावर हाउस बन रहा है, वहीं पर टनल का काम भी होना है। ऐसे में आशंका है कि निर्माण के समय लोगों के घरों सहित अन्य संपत्ति को नुकसान होगा। सरकार और कंपनी को अभी से इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी।
उल्लेखनीय है कि चंबा में चमेरा विद्युत परियोजनाओं की भूमिगत सुरंगों के निर्माण के समय भी भूस्खलन के कारण बड़ी संख्या में लोगों के घरों में दरारें पड़ गईं और उन्हें घर छोड़ने लिए मजबूर होना पड़ा। पीड़ित ग्रामीण प्रशासन, जन प्रतिनिधियों और विद्युत कंपनी के प्रबंधकों के पास चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
होली में कंपनी के साइड इंचार्ज ग्रीस कपूर ने का कहना था कि कंपनी लोगों को जायज मुआवजा देने के लिए तैयार है, लेकिन कुछ विरोधी तत्व लोगों को परियोजना का निर्माण रोकने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। एएसआई होली प्रीतम चंद का कहना है कि लोगों को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अगर कोई कानून का उल्लंघन करता है तो आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।