देश में अल्पसंख्यकों पर बढ़ते संघ प्रायोजित हमलों के जवाब में
क्रिश्चियन फोरम द्वारा जारी की गई निर्देशिका के कुछ बिंदू निम्न प्रकार से हैः
- भाजपा का विरोध बंद करो, यह काम समझदार हिंदू खुद करेंगे।
- ईसाइयों को हिंदुओं के धर्म/धार्मिक मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
- फेसबुक, ट्विटर पर आरएसएस और भाजपा की आलोचना करने वाली किसी भी क्लिप को मत खोलें और न ही उसे लाइक या फारवर्ड करें।
- देश में ईसाई स्वयं को असुरक्षित न समझें? भारत और विश्व में ईसाइयों का खासा बोलबाला है। सभी आपके साथ हैं।
- भारतीय संविधान को पढ़ें और अपने अधिकारों को समझें। हम सभी भारतीय नागरिक हैं और हमें समान अधिकार प्राप्त हैं।
- यदि ईसाइयों के खिलाफ सोशल मीडिया में कोई संदेश प्राप्त हुआ है तो तत्काल उसे रोक दें और हटा दें। कुछ शरारती तत्व जानबूझकर ईसाइयों को ऐसे संदेश साझा करने के लिए उकसाते हैं ताकि विवाद पैदा हो। इन तत्वों के मकसद को समझें।
- ईसाइयों को ताजमहल, टीपू सुल्तान, योग, सूर्य नमस्कार, वंदे मातरम, कश्मीर और रोहिंग्या जैसे मुद्दों पर प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए। इन मुद्दों का अच्छा ज्ञान हो तो ही टिप्पणी करें।
- खाड़ी के देशों में सभी संप्रदायों के ईसाई शांति से एकसाथ रहते हैं और एक दूसरे की आलोचना नहीं करते हैं। इसी तरह भारत में भी हमें सभी ईसाइयों को एकजुट रहने की जरूरत है।
- याद रखें कि देश में कुछ ताकतें समाज को बांटने की राजनीति कर रही हैं। ऐसी ताकतों के दुष्प्रचार को कभी कामयाब न होने दें। समझदार हिन्दू ऐसा नहीं होने देंगे।
- आम हिन्दू, ईसाई विरोधी नहीं हैं, उनका आदर करें।
- सांप्रदायिकता विरोधी हिंदुओं को भरपूर समर्थन दें। इसी से समाज में समरसता आ सकती है।
- नफरत देश को कमजोर करेगी, सभी धर्मों को सम्मान दें, अपने विश्वास में स्थिर रहें। जीत शान्ति के परमेश्वर की ही होगी।
- यदि ईसाई इन सूत्रों को अपनाएंगे तो निश्चित रूप से शैतान इतिहास के पन्नों में दफन हो जाएगा।
बड़ा दिन मुबारक, शान्ति का राजकुमार आ गया है।
-क्रिश्चियन फोरम, छत्तीसगढ़