नई दिल्ली। जन लोकपाल को लेकर केंद्र सरकार के नकारात्मक रुख को देखते हुए टीम अन्ना ने सीधे राजनीति में कूदने की घोषणा कर दी है। समाजसेवी अन्ना
उधर अनशन कर रहे टीम अन्ना सदस्यों- अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय की तबियत पर चिंता बढ़ गई है। गुरुवार को इन तीनों के अनशन का नौंवा दिन था। अन्ना हजारे का अनशन भी पांचवें दिन में प्रवेश कर गया है। ऐसे वक्त जब सरकार की ओर से नर्मी के संकेत नहीं मिल रहे हैं, टीम अन्ना ने अगले कदम पर विचार विमर्श शुरू कर दिया है। टीम अन्ना ने राजनीति में कूदने की घोषणा के साथ ही अपना अनशन शुक्रवार सायं पांच बजे समाप्त करने की भी घोषणा कर दी।
अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन कर रहा संगठन ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ अपनी वेबसाइट पर लोगों की राय जानने के लिए मतदान करवा रहा है। लोगों से सवाल पूछा गया है कि क्या टीम अन्ना को राजनीति में कूदना चाहिए या नहीं?
टीम अन्ना के बदलते रुख से राजनीतिक दलों में खलबली मच गई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ”टीम अन्ना का भेद खुल गया है।”
अनशन छोड़ राजनीति में कूदेगी टीम अन्ना
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