भोपाल। बचपन में कहानी सुनी थी कि एक चोर अपना चौर्य कर्म छोड़ कर धर्म की राह पर चलने के लिए साधुओं की टोली के साथ हो लिया। रात को जब सारे साधु सो जाते तो आदत के अनुसार चोर का मन बेचैन हो उठता। वह चुपचाप साधुओं के कमंडल, झोले, लाठियां इधर- उधर बदल देता। प्रातः उठते ही सभी साधु परेशान हो जाते। उन्हें लगने लगा कि यह कार्य किसी भूत प्रेत का ही हो सकता है। अतः वे अपने गुरू के पास गए और दुखड़ा सुनाया। गुरूजी ने सारा वृतांत सुनने के बाद कहा, “आप साधुओं की टोली में कोई एक व्यक्ति ऐसा है जो कभी चोर था। चोर चोरी से बाज आ सकता है, हेराफेरी से नहीं।” लेकिन मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में पुलिस की एक कार्रवाई ने तो इस कहानी के सार को ही पलट कर रख दिया है। पुलिस ने वहां विभिन्न डेरों की तलाशी कर 50 से अधिक चोर ‘साधु- साध्वियों’ को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में नकदी, आभूषण और अन्य सामान बरामद किया है।
डीआईजी राकेश कुमार ने बताया कि गुरुवार को दत्त अखाड़ा क्षेत्र में शिप्रा नदी में स्नान कर रहे एक व्यक्ति की पेंट साधु जैसा युवक चुराकर ले जा रहा था कि लोगों ने उसे पकड़ लिया। भूखी माता मंदिर स्थित अस्थाई थाने पर ले जाकर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने अपने अन्य साथियों के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने दत्त अखाड़ा क्षेत्र से ही 16 ‘साधुओं’ को गिरफ्तार किया। इनके झोलों में बड़ी संख्या में मोबाइल व रुपये मिले।
डीआईजी के अनुसार इसके बाद पुलिस ने लालपुल के आसपास दो डेरों, बड़नगर रोड बायपास व हरिओम ढाबे के समीप चार डेरों में दबिश दी। वहां से बड़ी संख्या में महिला व पुरुष ‘साधु- साध्वियों’ को गिरफ्तार किया गया। कुल 50 से अधिक चोर ‘साधु- साध्वियों’ की गिरफ्तारी हुई है, जिनमें कुछ नाबालिग भी शामिल थे।
इनसे पूछताछ के बाद की गई सर्च में कचरे, गोबर व जमीन के नीचे छिपई गई नोटों की गड्डियां मिलीं। डेरों की तलाशी में भी करीब 5 लाख रुपये की नकदी, सोने-चांदी के आभूषण, 100 से अधिक मोबाइल फोन, क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड आदि सामान बरामद हुआ।