नई दिल्ली। भारतीय सेना ने बुधवार को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्थ किया। इसमें पाकिस्तान के दो सैनिकों सहित अनेक आतंकवादियों के मारे जाने की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि सेना के खास कमांडोज ने पीओके में घुसकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
विभिन्न भारतीय न्यूज़ चैनलों में सूत्रों के हवाले से 30 से 35 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है, जबकि पाकिस्तानी सेना के अधिकारिक बयान में सर्जिकल स्ट्राइक का खंडन करते हुए कहा गया कि भारत सीमापार से गोलीबारी को सर्जिकल स्ट्राइक बता रहा है।
भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा- ”हमें पुख्ता सूचना मिली थी कि कुछ आतंकी एलओसी पर मौजूद हैं और वे भारत में घुसपैठ कर आतंकी हमलों को अंजाम देना चाहते हैं। इस पर इंडियन आर्मी ने कल रात वहां सर्जिकल स्ट्राइक (लक्ष्यभेदी हमला) किया ताकि आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब न हो सकें। सेना की इस कार्रवाई से आतंकवादियों को काफी नुकसान पहुंचा है।”
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि, ”इंडियन आर्मी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मैंने कल रात पाक के डीजीएमओ से भी बात की और उन्हें भी इस सर्जिकल ऑपरेशन के बारे में बताया है। हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे कि आतंकवादी हमारे देश के नागरिकों को नुकसान पहुंचाए।”
डीजीएमओ ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से लगातार घुसपैठ बहुत ही गंभीर मामला है। जम्मू- कश्मीर के पुंछ और उड़ी क्षेत्र में सेना ने कम से कम 20 बार सफलतापूर्वक घुसपैठ रोकी है। पकड़े गए आतंकवादियों ने खुद कबूल किया है कि उन्हें पाकिस्तानी सेना ने प्रशिक्षण दिया है और वे पाकिस्तान से आए हैं।
उधर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारतीय सेना की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा है कि पाक अपनी आंतरिक सुरक्षा के तैयार हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि इस आपरेशन में पाकिस्तान के दो सैनिक मारे गए हैं।