हमीरपुर (जलाड़ी)। हमीरपुर जिले में नादौन उपमंडल के तहत जलाड़ी क्षेत्र में बंदरों ने किसानों की फसलें उजाडऩे के बाद अब एक साथ दुकानों
जलाड़ी के दुकानदारों- परवीण, राम स्वरूप, विजय कुमार, जगत राम, राकेश कुमार, राम कमलेश, हंसराज, शाति स्वरूप, मनोज, सुशील, नरेश जैन, उपिंदर सिंह और सतपाल आदि ने बताया कि 15 -20 बंदरों की एक टोली ने इन दिनों उनकी दुकानों पर धावा बोल रखा है। ये बंदर दुकानों से दुकानदारों की मौजूदगी में ही सरेआम सामान उठा के ले जा रहे हैं, जिससे उन्हें रोजाना भारी नुकसान हो रहा है। सब्जी और फल बेचने वालों ने बताया कि उन्होंने अब केले, सेब आदि फलों को तो रखना बंद कर दिया है, क्योंकि बंदर फलों पर सबसे अधिक धावा बोल रहे हैं। अन्य दुकानदारों ने बताया कि ये बंदर मूंगफली के पैकेटों, चिप्स, कुरकुरे अन्य सामान पर भी झपटकर पड़ रहे हैं। यह बंदर डराने से भी नहीं डर रहे हैं और उल्टा उन्हें काटने के लिए झपट रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि आरंभ में उन्होंने पटाखे चला कर भी उन्हें भगाने का प्रयास किया, लेकिन अब तो बंदर उससे भी नहीं डर रहे हैं।
जलाड़ी क्षेत्र के किसानों- सुभाष चन्द, नरेश, धर्मेद्र, पुरुषोतम, जोगिन्द्र, सुरेंद्र, अरविंद, सतपाल, सुरजीत आदि ने बताया कि उनकी सरसों की फसल भी बंदरों से नहीं बच पाई है। खेतों में बंदर दौड़ रहे हैं और सरसों की खड़ी फसल को मिट्टी में मिला रहे हैं। बंदरों के डर से उन्हें आंगन में कोई भी सामान रखना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि बच्चों और महिलाओं की तो बंदर कतई परवाह नहीं करते। अभिभावक हाथ में डंडा लेकर अपने बच्चों को स्कूल छोड़ते और लाते हैं। अकेले बच्चों के हाथों से बंदर खाद्य पदार्थ छीन ले जाते हैं। घरों पर बंदरों की उछलकूद से स्लेटपोश मकानों की छतों को भी नुकसान पहुंच रहा है। दुकानदारों और किसानों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें इन उत्पाती बंदरों से बचाने के लिए कोई ठोस पग उठाए जाएं।
खेत उजाडऩे के बाद बंदरों ने दुकानों पर बोला धावा
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