देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही राज्य की महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी पर एक डबल मर्डर केस में लटक रही गिरफ्तारी की तलवार सरकार के लिए बड़ी सरदर्द बनती जा रही है।
कांग्रेस चुनाव में इसे एक बड़ा मुद्दा बनाने की फिराक में हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और उनकी टीम इसे लेकर विपक्ष पर खूब हमलावर हैं। मीडिया में जमकर बयानबाजी हो रही है, जिससे भाजपा स्वयं को काफी असहज महसूस कर रही है।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाल साहू ने प्रतिक्रिया में इसे कांग्रेस का मीडिया ट्रायल करार देते हुए प्रदेशाध्यक्ष गणेश गोदियाल को पांच करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है। मंत्री रेखा आर्य ने भी अपने फेसबुक पर यह जानकारी साझा की है।
उन्होंने अपने वकील के माध्यम से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को भेजे नोटिस में कहा, “आप न्यायाधीश नहीं हैं। आपको किसी व्यक्ति को अदालत में पेश होने एवं आत्मसमर्पण करने का निर्देश देने का कोई अधिकार नहीं है। यह एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसे अपनाया जा रहा है। जिस तरह से आप और आपकी पार्टी के सदस्य अपने बयान अखबारों में प्रकाशित करवा रहे हैं। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि आप और आपकी पार्टी के सदस्य मीडिया ट्रायल की रणनीति का सहारा लेकर मुकदमे से पहले ही मेरे मुवक्किल को दोषी मान रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर आपके कहने पर आंदोलन और समाचार पत्रों में बयान प्रकाशित हुए हैं।”
क्या है पूरा मामलाः उत्तर-प्रदेश के बरेली में करीब 31 वर्ष पूर्व हुए जैन दंपत्ति हत्याकांड मामले में उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी अभियुक्त हैं और उन पर इन दिनों गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
बरेली के सिविल लाइंस इलाके में वर्ष 1990 में संपत्ति विवाद के चलते नरेश जैन और उनकी पत्नी पुष्पा जैन की कुछ लोगों ने लाठी- डंडों और चाकू से हमला कर नृशंस हत्या कर दी थी। इस मामले में निचली अदालत ने रेखा आर्य के पति पप्पू गिरधारी समेत कुल 11 लोगों पर आरोप तय किए हैं।
अब बरेली के अपर सत्र न्यायाधीध की अदालत ने हाल ही में पप्पू गिरधारी की गिरफ्तारी के लिए गैर जमानटी वारंट जारी किया है। फिलहाल पप्पू गिरधारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में खुद के बीमार होने की जानकारी दी है।
पप्पू गिरधारी का विवादों से पुराना नाता रहा है। कई प्रॉपर्टी विवादों में उनका नाम सामने आता रहा है। साथ ही अपनी एक अन्य पत्नी को किडनी दिलाने के लिए अपने नौकर की किडनी धोखे से निकालने का आरोप भी उन पर लग चुका है।
भाजपा की समस्या यह है कि यह मामला विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जोरशोर से उठा है। यदि इस दौरान पप्पू गिरधारी की गिरफ्तारी हो जाती है तो मंत्री रेखा आर्य ही नहीं प्रदेश भाजपा को भी रक्षात्मक मुद्रा में खड़ा होना पड़ेगा।