शिमला। राष्ट्रीय स्तर पर बैंकों के 4,460 करोड़ रुपये के डिफाल्टर जेपी समूह के पास बिलासपुर जिला के बागा में ट्रक आपरेटरों के सीमेंट ढुलाई के भी करीब 30 करोड़ रुपये फंस गए हैं। जेपी कंपनी के बागा स्थित सीमेंट प्लांट से जुड़े ट्रक आपरेटर बकाया भाड़े के लिए पिछले काफी समय से हड़ताल पर हैं। वे अपनी शिकायत लेकर दो बार मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से भी मिले, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। भाड़ा नहीं मिलने के कारण वहां सैकड़ों ट्रक निलाम होने की कगार पर पहुंच गए हैं।
जेपी कंपनी के अड़ियल रवैये के कारण विवाद को सुलझाने के लिए शनिवार को मंडी के मंडलायुक्त दिवेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक भी बेनतीजा ही साबित हुई। ट्रक आपरेटर एकमुश्त अदायगी की मांग कर रहे हैं, जबकि कंपनी किस्तों में अदायगी के लिए कह रही है।
बैठक में जेपी कंपनी के प्रतिनिधियों ने कहा कि आपरेटर ढुलाई शुरू कर दें तो कंपनी हर सप्ताह 5 करोड़ रुपये की अदायगी करेगी। उधर, ट्रक आपरेटरों का कहना है कि कंपनी सभी को गुमराह कर रही है। सीमेंट ढुलाई का एक सप्ताह का भाड़ा ही 6 करोड़ रुपये बन जाता है। ऐसे में तो उनका और भाड़ा बकाया हो जाएगा। आपरेटरों के पास ट्रकों में तेल डालने तक के लिए पैसा नहीं बचा है।
मंडलायुक्त दिवेश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बिलासपुर के उपायुक्त मानसी सहाय ठाकुर, आईजी अजय यादव और एसपी बिलासपुर राहुल नाथ ने भी भाग लिया। कंपनी की ओर से रणवीर सिंह और जे. शेरू पेश हुए। खारसी ट्रक आपरेटर यूनियन, जो बागा में कार्यरत ट्रक आपरेटरों की सबसे बड़ी यूनियन है, के महासचिव दौलत सिंह ठाकुर कहते हैं कि कंपनी उन्हें बरबाद करने पर तुली हुई है। इस मामले में सरकार और प्रशासन से भी उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र विवाद नहीं सुलझा तो सैकड़ों ट्रक आपरेटर बर्बाद हो जाएंगे। बैंकों की किस्तें चुकाने के लिए उन्हें अपने ट्रक बेचने पड़ जाएंगे।
बैंकों का 4,460 करोड़ बकायाः जेपी समूह इस समय विभिन्न बैंकों के 4,460 करोड़ रुपये का डिफाल्टर है। समूह की विभिन्न कंपनियां- जय प्रकाश एसोसिएट्स, जय प्रकाश पॉवर वैंचर और जेपी सीमेंट विभिन्न बैंकों से लिया गया 2,905.6 करोड़ रुपये का ऋण और 1,558.93 करोड़ रुपये का ब्याज चुकाने में असफल रही हैं। सूत्रों के मुताबिक जेपी समूह को यह कुल 4,460 करोड़ रुपये की अदायगी 31 मार्च 2016 तक करनी थी, लेकिन वह डिफाल्टर हो गया।