पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिले में सोर घाटी की प्रसिद्ध हिलजात्रा का बजेटी गांव में भव्य तरीके से आयोजन हुआ। कुमौड़ की हिलजात्रा से कुछ मामलों में अलग इस
मुख्यतया कृषि पर्व माने जानी वाली बजेटी गांव की हिलजात्रा में कुमौड़ गांव में होने वाली हिलजात्रा से कुछ अंतर है। जहां कुमौड़ की हिलजात्रा में भगवान शिव का गण लखिया मुख्य पात्र होता है, वहीं बजेटी की हिलजात्रा में हिरन और चितल पात्र होते हैं। करीब एक घंटे से अधिक समय तक चली हिलजात्रा के माध्यम से ग्रामीण परिवेश, कृषि एवं लोक जीवन का प्रदर्शन किया गया। ग्रामीणों ने आयोजन में भागीदारी कर लोक देवताओं से क्षेत्र की समृद्धि के लिए कामना की। आयोजन के मुख्य अतिथि विधायक मयूख महर और विशिष्ट अतिथि नगर पालिकाध्यक्ष राजेन्द्र रावत थे। दोनों अतिथियों ने सोर घाटी की इस परंपरा को अक्षुण्ण रखने के लिए ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस आयोजन को हर संभव सहायता दी जाएगी।
कार्यक्रम को देखने के लिए बजेटी के अलावा, पौण, पपदेव, नगर, टकाड़ी, टकौरा, सुकौली के साथ ही चंडाक से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। समापन अवसर पर गांव की महिलाओं ने खेल लगाए। खेलों के माध्यम से लोक जीवन को सामने रखा गया। आयोजकों ने हिलजात्रा के लिए सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार जताया।
सोर घाटी कुमौड़ में रविवार को आयोजित सांस्कृतिक विधा हिलजात्रा अब ऑन लाइन भी देखी जा सकेगी। सांस्कृतिक संस्था लोकरंग के संस्थापक मनीष मेहता, हरीश कांडपाल, वैभव जोशी और दीपक सिंह आदि ने रविवार को आयोजित हिलजात्रा का फिल्मांकन भी किया। संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि शीघ्र ही हिलजात्रा को ऑनलाइन भी देखा जा सकेगा।
सोर घाटी की हिलजात्रा में पहाड़ी संस्कृति की झलक
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