मेरठ। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने एक बच्ची को जिंदा दफन करने के प्रयास में उसके पिता और मामा को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि उस बच्ची को उनके पिता और मामा एक तांत्रिक के कहने पर जिंदा दफनाने जा रहे थे और उनका मानना था कि इससे बाद पैदा होने वाले बच्चे की सेहत बेहतर हो सकेगी। इस परिवार की एक और बच्ची है जो गंभीर कुपोषण की शिकार है। यह परिवार रोजाना देहाड़ी-मजदूरी करके अपना गुजारा करता है।
Advertisement
राधिका नाम की दो महीने की इस छोटी बच्ची को मेरठ शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना बुधवार को पिलखुआ थाना के अधीन घटी थी। पिलखुआ के थाना प्रभारी बीके यादव ने मीडिया को बताया कि लड़की के पिता और उनके मामा को भारतीय दंड विधान की धारा 307 और 120 बी के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस चांपी नाम के तथाकथित तांत्रिक को खोजने में लगी है।
पुलिस का कहना है कि शमशान घाट के चौकीदार ने पुलिस को सूचना देते हुए बताया कि कुछ लोग एक छोटी बच्ची को दफनाने के लिए लाए हैं, जो लगातार रो रही है।
जब पुलिस वहां पहुंची उस समय तक कब्र खोद ली गई थी और बच्ची को ऐसे कपड़े में लपेटा गया था, जिस पर पूजा-पाठ के कुछ निशान भी थे। पुलिस के अनुसार पूछताछ करने पर लड़की के पिता दिनेश और उसकी मां भारती ने बताया कि वे बच्ची को तांत्रिक के कहने पर जिंदा दफना रहे थे और इस काम में लड़की के मामा चन्द्रपाल भी उन दोनों की मदद कर रहे थे। पुलिस ने लड़की के पिता और मामा को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारी बीके यादव ने बताया कि लड़की की मां को अस्पताल भेज दिया गया है जिससे कि वह बच्ची की देखभाल कर सके। लड़की कुपोषण की शिकार है।