नेपाल में भट्टाराई मंत्रिमंडल के इस्तीफे के दो दिनों बाद शनिवार को प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई ने 12 मंत्रियों को शामिल करते हुए राष्ट्रीय सरकार का गठन किया है। इसमें विपक्षी दलों के सदस्य भी शामिल हैं।
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देश में पैदा हुए राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए हुए समझौते के तहत गुरूवार को भट्टाराई मंत्रिमंडल ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था।
मौजूदा सरकार में नारायण काजी श्रेष्ठ व बिजय गछदर को उप प्रधानमंत्री बनाया गया है।
प्रधानमंत्री भट्टाराई ने इन दोनों और नौ मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति राम बरन यादव की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन में शनिवार की शाम पद व गोपनीयता की शपथ ली। इस समारोह में माओवादी नेता प्रचंड व नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष सुशील कोइराला भी मौजूद थे।
सभी को जिम्मेदारी
शांति प्रक्रिया में तेजी लाने और 27 मई की निर्धारित तारीख से पहले नए संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए देश के प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच गुरुवार की रात हुए समझौते के तहत भट्टराई ने यह नई सरकार बनाई है। इस मंत्रिमंडल में जिन दलों के मंत्री शामिल किए गए हैं उनमें यूनिफाइड कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल यानी यूसीपीएन(माओवादी), नेपाली कांग्रेस और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक मधेसी फ्रेट(यूडीएमएफ) शामिल हैं।
यूसीपीएन के नारायण काजी श्रेष्ठ व पार्टी के चार अन्य मंत्रियों के पद का बंटवारा अभी नहीं किया गया है। लेकिन यूडीएमएफ के बिजय गछदर को उपप्रधानमंत्री पद के साथ गृह मंत्रालय सौंप दिया गया है। इसके अलावा इस फ्रंट के चार नेताओं को मंत्री पद भी दिया गया है। बिजय गछदर, मधेशी पीपुल्स राइट्स फोरम(डेमोक्रेटिक) के अध्यक्ष हैं और इस मंच ने ने पांच मधेसी दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई है।
नेपाली कांग्रेस के महासचिव कृष्णा सितौला को रक्षा मंत्रालय दिया गया है, जबकि उसी पार्टी के सूर्यामन गुरूंग को बिना विभाग के मंत्री बनाया गया है। उम्मीद है कि संविधान सभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी सीपीएन-यूएमएल भी सरकार में शामिल हो जाएगी। यह सरकार एक माह से भी कम दिनों तक चलेगी, क्योंकि प्रमुख दल 27 मई के पहले नेपाली कांग्रेस की अगुवाई में राष्ट्रीय सरकार बनाने पर सहमत हुए हैं।