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dr. chiranjit parmar

ब्लॉगः जिस दिन मंडी में राजशाही का अंत हुआ..

...एक बुजुर्ग मेरे दादा जी से मंड्याली में कह रहा था, “मियां जी, भला ग्वालुआं बगैर भी कदी डांगरे चरे… Read More

7 years ago

कोटगढ़ नहीं, कुल्लू से हुई थी सेब की शुरुआत

हिमाचल में सेब बागवानी की शुरुआत कोटगढ़ में नहीं, बल्कि कुल्लू के पास बंदरोल में हुई थी। वैसे आम मान्यता… Read More

7 years ago