Quick reports on Uttarakhand’s political , social , economic and cultural activities .
चमोली (गोपेश्वर)। प्राकृतिक आपदा में ध्वस्त हुए पुल को बनाने की दिशा में लंबे इंतजार के बाद भी शासन-प्रशासन ने जब कोई ध्यान नहीं दिया तो ग्रामीणों ने स्वयं ही एकत्रित होकर पैदल पुल तैयार कर... Read more
पिथौरागढ़ (गंगोलीहाट)। सरकारी उपेक्षा के विरोध में गणतंत्र दिवस पर गंगोलीहाट में अनरगांव के सभी ग्रामीण तहसील मुख्यालय में अनशन पर बैठेंगे। ग्रामीणों की शिकायत है कि गांव के प्राथमिक विद्याल... Read more
नैनीताल। पहाड़ी महिलाओं ने अवैध शराब के कारोबारियों पर धावा बोल दिया है। महिलाएं एक ओर जहां जलसे-जुलूस आयोजित कर लोगों को शराबबंदी के लिए जागरूक कर रही हैं, वहीं अवैध शराब बनाने और बेचने वाल... Read more
नैनीताल (गोपेश्वर)। शहरवासियों को बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए गोपेश्वर में बड़े स्तर पर अभियान छेड़ दिया गया है। स्थानीय नगरपालिका ने बंदरों को पकड़ने के लिए मथुरा से एक्सपर्ट बुलाए... Read more
देहरादून। राजधानी देहरादून में नव धनाढ्यों का एक तपका तेजी से श्वान प्रेमियों के रूप में अपनी पहचान बनाता जा रहा है। तरह-तरह के परिधानों में सजे कुत्तों को संभाले आधुनिकाएं बाजारों-पार्कों म... Read more
पौड़ी गढ़वाल (कोटद्वार)। पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व की दुर्लभ वस्तुओं को सहेजने और इस संबंध में आवश्यक उत्खनन के प्रति प्रदेश सरकार की कोई दिलचस्पी नहीं है। यहां कण्वाश्रम क्षेत्र में अक्सर... Read more
उधमसिंह नगर (खटीमा)। यह शहीदों के परिजनों के प्रति प्रदेश सरकार के उपेक्षित रवैये की इंतिहा है। उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए परमजीत सिंह के बुजुर्ग माता-पिता ने अंततः आत्मदाह करने का... Read more
कोटद्वार। नैनीडांडा प्रखंड में किसानों की फसलें आसानी से बाजार तक पहुंचाने के लिए सरकार ने एक करोड़ रुपये की लागत से रोप-वे तो तैयार कर लिया, लेकिन उसके बाद उसे भूल गई। किसान पिछले चार वर्षो... Read more