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एचएनपी ब्लॉग

ब्लॉगः सियासत के स्वांग निराले…

उत्तराखण्ड में जिस सरकार के काल में कुछ महीने पहले 25 हजार की नौकरी मांग रहे पीएचडी धारकों पर जुल्म… Read More

8 years ago

ब्लॉगः ‘इससे तो अंग्रेजों का राज ही अच्छा था’

राजधानी शिमला में फैले पीलिया को लेकर बस में गर्मागरम बहस चल रही थी। पीछे की सीट से एक यात्री ने… Read More

8 years ago

अवॉर्ड लौटाने वाले लेखक- कलाकार करेंगे दांडी यात्रा

नई दिल्ली। देश में असहिष्णुता के मुद्दे पर पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों- कलाकारों का आंदोलन ना केवल जारी है, बल्कि… Read More

8 years ago

ब्लॉगः सुकून भरी सांझ के लिए उत्साह भरी सुबह

आज के दौर में जहां अफसरों को नेताओं के आगे-पीछे घूमते और सत्ता के साथ मिलकर जनता के हिस्से की… Read More

8 years ago

साहित्यकारों के अपमान पर उतर आया प्रशासन!

शिमला। प्रदेश के साहित्यकारों ने शायद इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। हुआ यूं कि राजधानी में विख्यात लेखिका… Read More

8 years ago

पहाड़ से प्रकाशित पत्रों को विशेष दर्जा, पत्रकारों को पेंशन

देहरादून। उत्तराखंड में पत्रकारों के लिए कुछ राहत देने वाली खबरें हैं। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की उपसमिति की सिफारिश… Read More

8 years ago

ब्लॉगः सपने देखने, दिखाने वालों के शहर से…

इन दिनों पता नहीं क्यों मुझे बार-बार पीछे मुड़कर झांकने की बीमारी सी हो गई है। बीती जिंदगी में, साहित्य,… Read More

8 years ago

लेखक किसी राजनीतिक दल का प्रवक्ता नहीं…

सरकार और उसके समर्थन में आए बन्‍धुओं ने जिस तरह से लेखकों और कलाकारों के विरोध पर हास्‍यास्‍पद रुख अपनाया… Read More

8 years ago