फासीवाद और प्रगतिशील दोनों विपरीत विचारधाराएं हैं। एक घोर संकीर्णवादी है तो दूसरी समाज में उदार दृष्टि के लिए जानी जाती है। इसलिए दोनों विचारधाराओं में टकराव की स्थिति आम बात है। आज देश में... Read more
मंडी। …बीमार एवं लाचार मां को जब लगा कि उसके बचने की अब कोई उम्मीद नहीं है तो उसने एकमात्र सहारा अपनी सात वर्षीय बेटी पल्लवी को पास बुलाया और बोली- “देख, मेरे मरने से दुखी मत हो... Read more