मंडी। …बीमार एवं लाचार मां को जब लगा कि उसके बचने की अब कोई उम्मीद नहीं है तो उसने एकमात्र सहारा अपनी सात वर्षीय बेटी पल्लवी को पास बुलाया और बोली- “देख, मेरे मरने से दुखी मत हो... Read more
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