उस समय डा. यशवंत सिंह परमार पैदल ही क्षेत्र के नेताओं के साथ सोलन बाज़ार होते हुए राजगढ़ की ओर चल पड़े। तभी किसी दुकानदार ने लम्बे लोइया वाले लोगों की ओर देख कर कहा, “देखो पहाड़िये जा रहे है... Read more
देहरादून। उत्तराखंड में पारंपरिक पहाड़ी उत्पादों, क्रीड़ाओं, गीतों एवं व्यंजनों को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास शुरू हो गए हैं। इन्हीं प्रयासों के चलते हो सकता है आपको आने वाल... Read more
कुल्लू। नाटी हिमाचल प्रदेश का प्रमुख लोक नृत्य है, जिसमें ढोल, नगाड़ों की थाप पर पुरुष और महिलाएं सामुहिक रुप से नृत्य करते हैं। लेकिन प्रदेश में ही एक क्षेत्र ऐसा भी है जहां महिलाओं का पुरु... Read more
शिमला। प्रदेश में जनजातीय महिलाओं का पिछले कई दशकों का संघर्ष अंततः रंग लाया। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है कि जनजातीय क्षेत्रों में अब बेटियां भी शेष क्षेत्र की तरह पिता की सं... Read more
चमोली (गोपेश्वर)। उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में या तो नौकरशाह राज कर रहे हैं या ठेकेदार। सरकार तो सामने कहीं नजर ही नहीं आ रही। अन्यथा ऐसा कैसे संभव है कि ग्रामीणों की पीड़ा और पुरजोर मा... Read more
मंडी। प्रदेश सरकार ने मंडी जिला में धाडता क्षेत्र को सरकाघाट तहसील से काट कर संधोल तहसील में मिलाने के लिए कोई फरमान जारी किया है, जिसका क्षेत्र की जनता इसका कड़ा विरोध कर रही है। सरकार के इ... Read more
देहरादून। उत्तराखंड में आज जिस भी व्यक्ति से बात करें वह छला हुआ महसूस करता है। उसे लगता है कि इससे बेहतर तो उत्तर प्रदेश में ही थे, अलग राज्य का फ़ायदा ही क्या हुआ? सरकारी अमला काम करने के... Read more
चंबा (भरमौर)। हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक लोक संस्कृति के दर्शन करने हों तो चंबा जिला एक आदर्श जगह साबित हो सकती है। रहन सहन, धार्मिक अनुष्ठान, वेशभूषा या खानपान की बात हो चाहे लोक कलाओं की, य... Read more