फासीवाद और प्रगतिशील दोनों विपरीत विचारधाराएं हैं। एक घोर संकीर्णवादी है तो दूसरी समाज में उदार दृष्टि के लिए जानी जाती है। इसलिए दोनों विचारधाराओं में टकराव की स्थिति आम बात है। आज देश में... Read more
मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग ख़ान, जो अपने तख़ल्लुस ग़ालिब से जाने जाते हैं, उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के एक महान शायर थे। ग़ालिब (27 दिसंबर, 1796- 15 फ़रवरी, 1869) को भारत और पाकिस्तान में एक महत्वपूर... Read more
गुरु रविदास अथवा रैदास मध्यकाल में एक भारतीय संत थे। उन्होंने समाज में फैली जात-पात, ऊंच- नीच, छुआछूत जैसे कुरीतियों के खिलाफ प्रखरता से आवाज उठाई। इसी कारण इन्हें सतगुरु अथवा जगतगुरु की भी... Read more
मिर्ज़ा असद-उल्लाह बेग ख़ां उर्फ ‘ग़ालिब’ (27 दिसंबर 1796- 15 फरवरी 1861) उर्दू एवं फ़ारसी के महान शायर थे। इन्हें उर्दू का सर्वकालिक महान शायर माना जाता है और फ़ारसी कविता के प्रवाह को हिन्... Read more
गौतम बुद्ध को भगवान बुद्ध व महात्मा बुद्ध आदि नामों से भी जाना जाता है। वे विश्व प्रसिद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक माने जाते हैं। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई. पूर्व लुम्बिनी में हुआ था। उनका नाम... Read more
महाकवि रहीम दास अकबर काल के विख्यात कवि थे। कबीर के बाद रहीम के दोहे ही आम जनमानस में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हुए। उनकी रचनाएं समाज को आदर्श जीवन जीने को प्रेरित करती हैं। इनके दोहे बहुत ही प्... Read more
संत कबीर भक्तिकाल के प्रखर साहित्यकार एवं समाज-सुधारक थे। मान्यता है कि वे लहरतारा में एक हिन्दू परिवार में जन्मे और पालन-पोषण मुस्लिम परिवार में हुआ था। काशी के घाट पर स्वामी रामानंद के चरण... Read more
सुखदेव विश्वप्रेमी जी हिमाचल के पालमपुर में दलित अधिकारों पर काम करते हैं और CPI से जुड कर छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। कल सुबह फोन कर बोले, “कामरेड मस्तराम वालिया की डेथ हो गयी है, ग्यारह... Read more