…एक बुजुर्ग मेरे दादा जी से मंड्याली में कह रहा था, “मियां जी, भला ग्वालुआं बगैर भी कदी डांगरे चरे ? राजशाही के अतिरिक्त कोई दूसरी शासन व्यवस्था भी हो सकती है, ये उस समय लोगों की कल्पन... Read more
हिमाचल में सेब बागवानी की शुरुआत कोटगढ़ में नहीं, बल्कि कुल्लू के पास बंदरोल में हुई थी। वैसे आम मान्यता यही है कि यहां सेब बागवानी की शुरुआत शिमला जिला के कोटगढ़ में स्व. सत्यानंद स्टोक्स न... Read more