“वह देश जहां करोड़ों लोग महुआ के फूलों पर जीवित रहते हैं, जहां दस लाख से ज्यादा साधू और दस करोड़ ब्राह्मण हैं जो गरीबों का खून चूसते हैं। वह देश है या नर्क? वह धर्म है या शैतान का नृत्य?” इन... Read more
आज के दौर में जहां अफसरों को नेताओं के आगे-पीछे घूमते और सत्ता के साथ मिलकर जनता के हिस्से की मलाई चट करने का उदाहरण कहीं भी ढूंढा जा सकता है, वहीं छोटे से हिमाचल में अफसरों की एक नयी जमात न... Read more
शिमला। प्रदेश के साहित्यकारों ने शायद इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। हुआ यूं कि राजधानी में विख्यात लेखिका एवं समाजसेवी सरोज वशिष्ठ के निधन पर स्थानीय साहित्यकार एक शोक सभा करना च... Read more
हमें व्यक्तिवाचक कविता लिखने के लिए प्रेरित करने वाले रामदयाल नीरज बीते कल 95 वर्ष की उम्र पूरी करके हम सबसे विदा ले गये। उनका जन्म 1 जून, 1920 को रेणुका तहसील के गांव ददाहू में हुआ था। पांच... Read more
इन दिनों पता नहीं क्यों मुझे बार-बार पीछे मुड़कर झांकने की बीमारी सी हो गई है। बीती जिंदगी में, साहित्य, पत्रकारिता, राजनीति, मानवीय विकास आदि सभी में झांकता रहता हूं कि आखिर हम कहां से चले... Read more
मुझे ठीक से याद है जब धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम का भूमिपूजन हुआ था। तब मैं पत्रकार के नाते मौके पर मौजूद था। तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने एक कंटीली झाड़ियों वाले भूखंड पर पूजा के... Read more
मैं उन दिनों शिमला और देहरादून से एक साथ प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक हिमालय टाइम्स के लिए काम कर रही थी। अभी तक लिखा बहुत था, परन्तु मेरी कोई पुस्तक प्रकाशित नहीं हुई थी। 1991 का एक दिन, दि... Read more
बद्दी। दून के विधायक चौधरी राम कुमार ने ‘विधायक आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत लोदीमाजरा के गांव बनवीरपुर गुज्जर बस्ती का दौरा किया। विधायक ने इलाकावासियों की समस्याएं सुनीं और ज्... Read more