सेब के बागीचों में फलों में रंगत बढ़ाने के लिए इथरेल की स्प्रे को लेकर ना केवल बागवानों, बल्कि राजनेताओं तक में भी कई तरह की भ्रांतियां हैं। इथरेल को अकसर एक घातक रसायन के रूप में प्रचारित क... Read more
…एक बुजुर्ग मेरे दादा जी से मंड्याली में कह रहा था, “मियां जी, भला ग्वालुआं बगैर भी कदी डांगरे चरे ? राजशाही के अतिरिक्त कोई दूसरी शासन व्यवस्था भी हो सकती है, ये उस समय लोगों की कल्पन... Read more