जम्मू। कश्मीर घाटी में जुलाई से बंद और निरंतर जारी तनाव और अशांति के चलते यहां प्रकाशित होने वाले समाचारपत्रों को गंभीर आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अशांति के कारण समाचार पत्रों... Read more
नारद के बाद कबूतर अख़बार हुए…। राजा महाराजा के अख़बार ढोल नगाड़ा थे..। खबरनवीसी का यह क्रम चलते- चलते आज न्यू मीडिया यानी डिजिटल मीडिया तक पहुंच गया है। युवा वर्ग ने इस बदलाव को जिस तेजी से आत्... Read more
नई दिल्ली। अमेरिका में एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार अखबार के संवाददाता की नौकरी दूसरा सबसे खराब काम माना जाता है। टैक्सी ड्राइवर, रसोइये और कचरा उठाने वाले तक पत्रकार से बेहतर स्थिति में आंक... Read more