कुल्लू। बंजार उपमंडल मुख्यालय में सोमवार रात अचानक लगी आग में 13 मकान और 14
लोगों में इस बात को लेकर भी बहुत गुस्सा था कि अग्निशमन विभाग के वाहन प्रातः लगभग साढ़े चार बजे मौके पर पहुंचे, लेकिन वे प्रभावितों के किसी काम नहीं आए। क्योंकि तब तक उनका सब कुछ राख हो चुका था। इस अग्निकांड में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है।
अग्निकांड में अपने मकान गंवाने वालों में बाल कृष्ण शर्मा, श्याम सुंदर शर्मा, प्रवीण जोशी, चंद्रावती जोशी, अजय गुप्ता, राकेश गुप्ता, किरण गुप्ता, तरसेम गुप्ता, अजय मेहता, अनिल कुमार शर्मा, हितेश कुमार, सतीश कुमार, सुनील दत्त, दुर्गा देवी, रितम चंद, सुरेश और जय दासी शामिल हैं। कुछ लोग अपने घरों से आवश्यक सामान निकालने में कामयाब भी रहे, लेकिन अधिकतर को ऐसा मौका ही नहीं मिल पाया। अग्निकांड में राख हुई दुकानों में 3 मेडिकल स्टोर, एक ज्वैलर शॉप, दो सब्जी की दुकानें, एक मोबाइल रिपेयर, दो मनियारी और ब्यूटी शॉप शामिल हैं। डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के नुक्सान का अनुमान लगाया जा रहा है। एसडीएम बंजार ने फौरी राहत के तौर पर प्रत्येक मकान मालिकों को 20-20 हजार तथा किरायेदारों को पांच पांच हजार रुपये दिए हैं।
उपायुक्त कुल्लू राकेश कंवर ने मंगलवार को घटना स्थल का दौरा किया और बचाव एवं राहत कार्यों का भी निरीक्षण किया। उपायुक्त ने प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि सरकारी राहत मैनुअल के आधार पर प्रभावितों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
अग्निकांड से निपटने में प्रशासन की विफलता से नाराज लोगों ने मंगलवार को बंजार में चक्का जाम कर दिया। गुस्साई जनता के कोप का भाजक बंजार के विधायक कर्ण सिंह भी हुए, जो पीड़ितों को सांत्वना देने पहुंचे थे। कर्णसिंह के आते ही स्थानीय महिलाएं उन पर टूट पड़ीं और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। लोगों की शिकायत है कि विधायक बंजार में अग्निशमन की उचित व्यवस्था करने में नाकाम रहे हैं। कर्ण सिंह लोगों को अग्रिशमन केंद्र को लेकर हुई नोटिफिकेशन की कापी दिखाते रह गए, लेकिन गुस्साई जनता ने उनकी एक नहीं सुनी। अंततः कर्ण सिंह को भीड़ से अलग होकर वापस लौटना पड़ा।