चंबा। चंबा जिला के जनजातीय क्षेत्र होली में होली-बजोली लघु पन विद्युत परियोजना का
वास्तव में यहां ग्रामीण चाहते थे कि इस विद्युत परियोजना का निर्माण शुरू होने से पूर्व सरकार और कंपनी प्रबंधन स्थानीय लोगों की अचल संपत्ति की ठीक तरह से वीडियोग्राफी करवा ले ताकि बाद में होने वाले नुकसान की भरपाई के समय किसी तरह की बहानेबाजी न हो। लेकिन कोई भी उनकी सुनवाई के लिए तैयार नहीं हुआ और गांव की महिलाओं ने परियोजना स्थल पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। अब स्थिति यह हो गई है कि कंपनी पुलिस के सहयोग से कंपनी के ठेकेदार जोर जबरदस्ती कर परियोजना का काम शुरू करने पर आमादा है। महिलाओं को गिरफ्तार किया जा रहा है और उनके धरने को बल पूर्वक उठाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश सरकार भी ग्रामीणों के साथ बात करने के बजाए कंपनी के साथ खड़ी नजर आ रही है।
भाजपा उम्मीदवार राम स्वरूप शर्मा ने शुक्रवार को चंबा में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि होली में अधिकारों की जंग हो रही है और इस जंग में लोगों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता। यदि महिलाओं को न्याय नहीं मिला तो खुद चुनाव प्रचार बीच में छोड़ कर महिलाओं के साथ धरने पर बैठ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंत्री होली में महिलाओं को सुरक्षा देने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। कंपनी के ठेकेदार शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर हमला कर रहे हैं और पुलिस उनका मामला तक दर्ज नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि होली में महिलाओं के आंदोलन का भाजपा पूरा समर्थन करती है और इस जंग में पार्टी पीछे नहीं हटेगी।
उधर, स्थानीय विधायक एवं वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी का इस संबंध में कहना है कि महिलाओं को भाजपा ने भड़काया है, जबकि परियोजना का सारा काम भाजपा के ही कार्यकाल में शुरू हुआ। अब जब सत्ता परिवर्तन हो गया तो भाजपा ने महिलाओं को आगे रखकर परियोजना का विरोध शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि चंबा में चमेरा विद्युत परियोजनाओं की भूमिगत सुरंगों के निर्माण के समय भी भूस्खलन के कारण बड़ी संख्या में लोगों के घरों में दरारें पड़ गईं और उन्हें घर छोड़ने लिए मजबूर होना पड़ा। पीड़ित ग्रामीण प्रशासन, जन प्रतिनिधियों और विद्युत कंपनी के प्रबंधकों के पास चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। इसी कारण जिले में लोग अब परियोजनाओं के मामले में फूंक-फूंक कर कदम रखने लगे हैं।