कुल्लू। मौसम में थोड़ी तपन आते ही मनाली सहित कुल्लू जिला के सभी पर्यटक स्थलों में सैलानियों की रौनक बढ़ने
कोठी के पर्यटन व्यवसायी रुप लाल और प्रेम ने बताया कि अभी सैलानियों ने कोठी का रुख नहीं किया है, क्योंकि यहां सड़क के किनारे बर्फ के बड़े-बड़े ढेर लगे होने के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई है। लेकिन शीघ्र ही जब बर्फ कम हो जाएगी तो यहां भी पर्यटक पहुंचने लगेंगे।
पर्यटक स्थल सोलंगनाला में तो सैलानियों का मेला लगा हुआ है। वहां अभी भी तीन फुट बर्फ है। स्थानीय पर्यटन व्यवसायी अजीत और गुरुदयाल कहते हैं कि बर्फ से ढकी सोलंग की ढलानें पर्यटकों को हमेशा की तरह खूब आकर्षित कर रही हैं। यहां सैलानी स्नो स्की का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। प्रतिदिन सात सौ से एक हजार तक पर्यटक सोलंगनाला पहुंच रहे हैं। आने वाले समय में इनकी संख्ता में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
उधर, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने भी मौसम साफ होते ही मनाली-लेह मार्ग को बहाल करने के लिए अभियान तेज कर दिया है। रास्ते पर खड़ी बर्फ की मोटी चादर बीआरओ के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। मनाली की ओर से रोहतांग की ओर बढ़ते हुए बीआरओ का काफिला 28 किमी दूर राहलाफाल के करीब पहुंच गया है, जबकि लाहुल की ओर से दर्रे की ओर आ रहा काफिला केलंग से 8 किमी दूर छूरपक पेट्रोल पंप के पास पहुंच गया है। हाल ही में हुई ताजा बर्फबारी के बाद बीआरओ को नए सिरे से बर्फ हटाने का काम करना पड़ा है।
सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल योगेश नायर ने बताया कि लाहुल की ओर हर नाले में ग्लेशियर आने से उनकी दिक्कतें बढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि राहलाफाल से चुंबक मोड़ तक बीआरओ को 30 से 40 फुट ऊंची बर्फ की दीवार से जूझना पड़ रहा है। क्षेत्र के पर्यटन व्यवसायी भी बड़ी बेसब्री से रोहतांग दर्रे की बहाली का इंतजार कर रहे हैं।