Warning: substr_count(): Empty substring in /home2/himnefg6/public_html/wp-content/plugins/ads-for-wp/output/functions.php on line 1274
बिलासपुर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के आवास पर हुई तोड़फोड़ के मामले में कार्रवाई शुरू हो जाने पर बिलासपुर अस्पताल के स्टाफ ने हालांकि अपनी हड़ताल वापस ले ली है, लेकिन हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन इस मुद्दे को प्रदेश स्तर पर उठाने के मूड में है। एसोसिएशन का कहना है कि प्रदेश भर में ही चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
बीती सोमवार रात बिलासपुर में एक मरीज को पीजीआई चंडीगढ़ ले जाने के लिए एम्बुलेंस देरी से उपलब्ध होने पर भड़के कुछ लोगों ने सीएमओ आवास पर धावा बोलते हुए तोड़फोड़ की थी। इसके रोष में एसोसिएशन के आह्वान पर अस्पताल के चिकित्सकों एवं अन्य स्टॉफ ने टूल्स डाउन हड़ताल कर दी थी। एसोसिएशन ने सरकार को यह भी चेतावनी दी कि यदि इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। पुलिस ने बुधवार को तोड़फोड़ के इस मामले में चार व्यक्तियों को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी, जिस पर चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ ने भी हड़ताल वापस ले ली।
हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. संतलाल शर्मा, महासचिव डा. जीवानंद चौहान और उपाध्यक्ष डा. यशपाल रांटा ने एक बयान जारी कर सीएमओ बिलासपुर पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि वे इस मामले को राज्य स्तर पर उठाएंगे ताकि अस्पतालों में चिकित्सा अधिकारियों एवं अन्य स्टॉफ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन सुरक्षा के इस मामले को पिछले काफी समय से सरकार के समक्ष उठाती रही है। स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ के अभाव या अन्य कारणों से अक्सर ऐसी स्थिति आती है, जिसमें लोग सीधे चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ पर हमला बोल देते हैं। लेकिन सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया। ऐसे में अस्पतालों में काम करना आज एक जोखिम भरा काम हो गया है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन इस मामले में अब शांत बैठने वाली नहीं है तथा इस मुद्दे को प्रशावशाली ढंग से सरकार के समक्ष उठाएगी। इसके लिए चाहे प्रदेशव्यापी आंदोलन का सहारा ही क्यों न लेना पड़े।