शिमला। शिमला में यातायात की समस्या को नियंत्रित करने के उद्देश्य से मंगलवार को अत्याधुनिक रज्जू मार्ग
उप महापौर टिकेंद्र सिंह पंवर ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह रज्जू मार्ग टूटीकंडी बाइपास, जहां एक बड़ी पार्किंग का निर्माण प्रस्तावित है, से फरहिल होटल के नीचे से होते हुए लिफ्ट के निकट की पार्किंग और वहां से ऊपर जोधा निवास (पीसी चैंबर) तक पहुंचेगा। चंडीगढ़ की ओर से शिमला आने पर्यटकों को बाइपास से ही सामान सहित रज्जू मार्ग द्वारा शहर में पहुंचाया और वापस लाया जाएगा। पर्यटक वाहनों को बाइपास में ही सुरक्षित पार्क किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना की क्षमता प्रति घंटे एक हजार यात्रियों को शहर में पहुंचाने व वापस लाने की है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 23 जून को जोधा निवास में परियोजना का शिलान्यास करेंगे।
उप महापौर ने कहा कि इस रज्जू मार्ग के बन जाने से शहर में कई दशकों तक यातायात की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और इससे निगम को अच्छी आय भी होगी। पर्यटन को भी इससे बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
रोप-वे निर्माण में विश्व विख्यात कंपनी ऊषा मार्टिन की सिस्टर कंसर्न ऊषा ब्रैको के प्रबंध निदेशक कर्नल राकेश शर्मा ने बताया कि यह कंपनी इस समय देश भर में (उत्तराखंड, गुजरात, केरल, उड़ीसा आदि में) छह बड़े रोप-वे का निर्माण कर उन्हें सफलतापूर्वक संचालित कर रही है। हिमाचल प्रदेश में शिमला के अतिरिक्त कांगड़ा में हिमानी- चामुंडा रोप-वे का भी निर्माण करने जा रही है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए स्विटजरलैड की एक कंपनी को टेक्निकल पार्टनर बनाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी अढ़ाई वर्ष के भीतर रोप-वे तैयार कर आरंभ कर देगी।