कुल्लू। शातिर चोरों ने सोमवार रात कुल्लू के प्राचीन भगवान रघुनाथ मंदिर में रोमवार रात चोरों ने एक बार फिर से बड़ी चोरी को
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ अरसे से चोरों ने प्रदेश के मंदिरों को अपना मुख्य निशाना बना रखा है। अभी तक यहां डेढ़ सौ से अधिक मंदिरों में चोरियां हो चुकी हैं। मंगलवार को सड़क से लेकर विधानसभा सत्र तक में इस वारदात को लेकर चर्चा होती रही। आम राय यही बन रही है कि पुलिस प्रशासन की अकर्मण्यता के कारण राज्य में मंदिर कतई सुरक्षित नहीं रह गए हैं।
रघुनाथ मंदिर में चोरी का पता उस समय चला जब मंगलवार सुबह पौने आठ बजे पुजारी पप्पू पूजा करने के लिए मंदिर में आया। मंदिर में सब कुछ बिखरा हुआ देख कर वह हक्का बक्का रह गया और उसने तुरंत इसकी सूचना रघुनाथ के कारदार दानवेंद्र सिंह को दी। उसके बाद मंदिर में कारकूनों और हारियानों ने दस्तक दी और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार रघुनाथ की मूर्ति के अलावा हनुमान, सालीग्राम, नरसिंह की अष्टधातु की मूर्ति के अलावा गणेश की चांदी की मूर्ति के साथ करीब एक किलोग्राम सोने के आभूषण और अन्य चांदी के पूजा अर्चना का सामान चोरी हो गया है। मंदिर में सिर्फ माता सीता की ही एकमात्र मूर्ति बच पाई है।
सूचना मिलते ही कार्यकारी उपायुक्त एवं एडीएम विनय ठाकुर, एसपी सुरिंद्र वर्मा, एएसपी निहाल चंद सहित पुलिस दल मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। एसपी कुल्लू ने कहा कि प्रदेश के तमाम बैरियरों को सील कर दिया गया है और मंडी से फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है।
पुलिस का मानना है कि चोर मंदिर के पीछे से दीवार में लगे सरिए के सहारे छत पर चढ़े और उसके बाद छत पर लगे स्लेट को निकाला और उसके नीचे लगे तख्ते को काटकर अंदर घुसे। फिर मंदिर की ऊपरली मंजिल से फर्श का एक फट्टा तोड़ा और रस्सी के सहारे नीचे उतार कर सारी वारदात को अंजाम दिया। माना जा रहा है कि इस वारदात में तीन से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार मंदिर से चोरी हुई सभी मूर्तियां अष्टधातु निर्मित थीं। इनमें- भगवान रघुनाथ मूर्ति, तीन इंच लंबी हनुमानजी की मूर्ति, नरसिंह भगवान की शिला सोने की डिब्बी सहित, सालीग्राम की मूर्ति सोने की डिब्बी सहित और गणेश की मूर्ति शामिल हैं। इसके अतिरिक्त चांदी की एक जोड़ा चरण पादुकाएं, दो चांदी के कटोरे, एक चांदी की आचमनी, एक शंख का स्टेंड चांदी का, एक चांदी की तस्की, एक चांदी की मसूद (ज्योत), एक चांदी का पीडू, दो चांदी के लोटे, एक चांदी का धूप स्टेंड, एक अष्टधातु की घंटी, एक रघुनाथजी का सोने का हार भी चोर उड़ा ले गए।
इससे पहले भी हुई थी चोरीः भगवान रघुनाथ के इस मंदिर में इससे पहले 21 जनवरी, 2014 को भी चोरी हुई थी, जिसमें चोर लगभग 40 किलोग्राम चांदी और सोने के आभूषण चरण पादुका, झारियां, कटोरे, आचमनी, आरती की कटोरियां, अर्ग पात्र, कलश स्टेंड, जल का बाटू आदि सामान चुरा ले गए थे। इस चोरों का भी अभी तक कोी सुराग नहीं मिल पाया है।