मंडी। कुल्लू से पठानकोट जा रही गरीब प्रवासी महिला की बीमार बच्ची को उल्टी आ गई तो कंडक्टर ने उन्हें बस से
जोगेंद्रनगर बस अड्डे पर शनिवार को यह प्रवासी महिला दो साल की बीमार बच्ची के उपचार के लिए लोगों से एक घंटे तक गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने भी उसकी फरियाद नहीं सुनी। इसी दौरान दो छात्राओं बबीता ठाकुर और सुनीता ठाकुर की नजर महिला पर पड़ी। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उन्होंने तुरंत 108 एंबुलेंस को फोन करके बुलाया। आधा घंटा बीत जाने पर भी जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो छात्राओं ने टैक्सी स्टैंड से मां- बेटी को कार में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डाक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
गीता देवी पत्नी जरनैल सिंह निवासी अलवर राजस्थान ने बाद में पुलिस को बताया कि वह कुल्लू से अपनी बीमार बच्ची को लिए एक निजी बस द्वारा पठानकोट जा रही थी। रास्ते में अचानक बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उसने बस में ही उल्टियां कर दीं। इस पर परिचालक ने दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें बस से नीचे उतार दिया।
बबीता ठाकुर और सुनीता ठाकुर का कहना है कि यदि 108 एंबुलेंस पहुंच जाती तो शायद बच्ची की जान बच जाती। समय पर उपचार नहीं मिल पाने के कारण ही बच्ची की मृत्यु हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।