बिलासपुर। जिला बिलासपुर में औद्योगिकरण के तमाम सरकारी प्रयास औंधेमुंह गिरते नजर आ रहे हैं।
औद्योगिक क्षेत्र ग्वालथाई का दायरा करीब 685 बीघा का है और सरकार इसे बढ़ाकर 807 बीघा तक करने की योजना बना रही है। लेकिन दावे से नहीं कहा जा सकता कि यह विस्तार योजना कितनी कारगर साबित होगी।
औद्योगिक क्षेत्र ग्वालथाई में हाल ही में तीन नामी उद्योग- सूरज फैबरिक, एसपीएस और जयबालाजी बंद हो गए। इन उद्योगों में करीब एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला हुआ था। ये सभी बेरोजगार हो गए हैं।
जिला उद्योग प्रबंधक रमेश वर्मा का भी कहना है कि ग्वालथाई क्षेत्र में अधिकतर प्लॉट आवंटित किए जा चुके हैं, लेकिन करीब एक दर्जन छोटे-बड़े उद्योग ही काम कर रहे हैं। कुछ नामी कंपनियां यहां से पलायन कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस औद्योगिक क्षेत्र को और विस्तार देने जा रही है। करीब 172 बीघा जमीन पर नए औद्योगिक प्लाट विकसित किए जाएंगे। उद्योगपतियों को आकर्षित करने के लिए भी योजना बनाई जा रही है।
औद्योगिक क्षेत्र बिलासपुर की भी यही हालत है। यहां भी इक्का- दुक्का उद्योग ही चल रहे हैं, जिनसे कुछ ही लोगों को रोजगार मिला है। यहां झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत बरसंड में भी विगत में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन वह भी अधर में ही लटकी रही।