टिहरी गढ़वाल। टिहरी गढ़वाल में पंचायत प्रतिनिधियों और प्रशासन के मध्य टकराव
तालाबंदी के दौरान पंचायत प्रधान संगठन के अध्यक्ष रणवीर सिंह राणा ने कहा कि ब्लॉक में इंदिरा आवास योजना, मनरेगा सहित ग्राम विकास की सभी योजनाओं में मनमानी की जा रही है। ग्राम प्रधानों को विश्वास में नहीं लिया जा रहा है। प्रशासन से बार- बार अगाह किया गया, लेकिन कोई परवाह नहीं कर रहा। अंततः उन्हें आक्रामक संघर्ष पर उतरना पड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी कि सस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो संघर्ष और तेज कर दिया जाएगा। प्रदर्शन के समय बीडीओ मौके पर मौजूद नहीं थे।
उधर, घनसाली क्षेत्र में इसी तरह की समस्याओं को लेकर ग्राम पंचायत चानी के ग्राम प्रधान किशन सिंह रावत विकास खंड मुख्यालय में आमरण अनशन पर ही बैठ गए। उनकी शिकायत थी कि पंचायत में लाखों के विकास कार्यों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। बीपीएल कार्ड बनाने में भी मनमानी की जा रही है। चयनित पंचायत प्रतिनिधियों को सिरे से नजरंदाज किया जा रहा है। खंड विकास अधिकारी आएएस असवाल ने जब आश्वासन दिया गया दस दिन के भीतर उनकी शिकायतों का निवारण कर दिया जाएगा तो ही उन्होंने अनशन तोड़ा।
विकास खंड भिलंगना में मनरेगा भुगतान करने की मांग को लेकर श्रीकोट गांव के प्रधान और मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी के बीच गाली गलौज व हाथापाई की नौबत आ गई और मामला पुलिस थाने तक जा पहुंचा। प्रधान का आरोप है कि पंचायत में मनरेगा के तहत दस लाख रुपये के अधिक के विकास कार्य किए गए, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है। हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टालमटोल किया जा रहा है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।